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शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सब्जियों की अहम भूमिका होती है। पोषण से भरपूर सब्जियां शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करती हैं। इसी क्रम में हम एक खास प्रकार की सब्जी के बारे में बता रहे हैं, जिसका नाम है जुकिनी। औषधीय गुणों के कारण यह सब्जी शरीर को कई तरह से फायदे पहुंचा सकती है। इसी वजह से स्टाइलक्रेज के लेख में हम जुकीनी खाने के फायदे और जुकिनी का उपयोग बता रहे हैं। इसके अलावा, लेख में जुकिनी खाने के नुकसान के विषय में भी जानकारी दी जाएगी। जुकिनी के सेवन से स्वस्थ रहने में मदद मिल सकती है। साथ ही बीमारियों के कुछ लक्षणों को भी कम किया जा सकता है।
लेख विस्तार से पढ़ें
आइए, जानते हैं कि शरीर के लिए जुकिनी के फायदे से पहले जानते हैं कि जुकिनी क्या है।
जुकिनी क्या है?
जुकिनी का वैज्ञानिक नाम क्युकरबिटा पेपो (Cucurbita Pepo) है। इसे जुकिनी के अलावा कोर्टगेट (Courgette) नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रकार की सब्जी है, जो कद्दू और स्क्वॉश के परिवार से संबंधित है। यह गर्मियों के मौसम में मिलती है। इस सब्जी को इसके पौष्टिक तत्वों की वजह से जाना जाता है। इसमें विटामिन ए, सी, के, फाइबर, पोटैशियम भरपूर मात्रा में होते हैं (1)। इन पोषक तत्वों से होने वाले जुकिनी के फायदे के बारे में हम लेख में आगे विस्तार से बता रहे हैं।
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अब जानिए कि जुकिनी के प्रकार क्या-क्या हैं।
जुकिनी के प्रकार
जुकिनी कई प्रकार की होती है। जुकीनी की सबसे सामान्य प्रकारों मे से एक है, ब्लैक जैक, यह जुकीनी पतली और गहरे हरे रंग की होती है। वहीं, इसकी एक पीले रंग की किस्म होती है, जिसे गोल्डन जुकीनी कहा जाता है (1)। इनका आकार पतला या मोटा हो सकता है। अनुमानित तौर पर जुकीनी की 10 से भी ज्यादा किस्में हैं।
आगे फायदे पढ़ें
शरीर के लिए जुकिनी के फायदे कई सारे हैं, जिनके बारे में हम लेख के इस भाग में जानकारी दे रहे हैं।
जुकिनी के फायदे – Benefits of Zucchini in Hindi
जुकीनी खाने के फायदे कई हैं। लेख में आगे हम जुकिनी के फायदे विस्तार पूर्वक साझा कर रहे हैं। ध्यान रहे कि यहां दिए गए जुकीनी के फायदे किसी बीमारी का इलाज नहीं, बल्कि उनसे बचाव या लक्षणों से राहत पाने का एक तरीका हो सकता है। चलिए, आगे पढ़ते हैं जुकीनी के फायदे।
1. हृदय स्वास्थ्य में सुधार
जुकीनी खाने के फायदे में हृदय स्वास्थ्य भी शामिल है। विशेषज्ञों का मानना है कि जुकिनी हृदय से जुड़ी बीमारियों के साथ-साथ उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसे हृदय रोग के जोखिम से बचाव कर सकती है (2)। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, डाइट में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करने से हृदय रोग के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। ऐसे में फाइबर युक्त जुकीनी को हृदय के लिए स्वस्थ आहार माना जा सकता है (3)।
2. आंखों के स्वास्थ्य में सुधार
उम्र बढ़ने के साथ-साथ आंखें की रोशनी कमजोर होने लगती हैं। ऐसे में जुकिनी का सेवन फायदेमंद हो सकता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, ल्यूटिन और जेक्सैथीन युक्त सब्जियां बढ़ती उम्र के साथ होने वाले नेत्र रोग जैसे एज रिलेटेड मैक्युलर डीजेनेरेशन के जोखिम को कम कर सकती हैं। जुकिनी भी ल्यूटिन और जेक्सैथीन तत्वों से समृद्ध है। ऐसे में कहा जा सकता है कि इसका सेवन आंखों के लिए फायदेमंद हो सकता है (3)।
3. वजन कम करने के लिए जुकीनी
अगर बढ़ते वजन से परेशान हैं, तो जुकिनी इस परेशानी को कुछ हद तक कम करने में सहायक हो सकती है। जुकिनी वजन को नियंत्रित कर हृदय रोग के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकती है (4)। कई अन्य पोषक तत्वों के साथ-साथ इसमें फाइबर की भी अच्छी मात्रा होती है। फाइबर पेट को लंबे वक्त तक भरा होने का एहसास देता है, जिससे जल्दी भूख नहीं लगती। ऐसे में मोटापे को नियंत्रित करने में भी मदद मिल सकती है (5)। इसके अलावा यह लो कैलोरी फूड है, जिस वजह से जुकीनी को वेट लॉस डाइट में शामिल किया जा सकता है। ध्यान दें कि वजन कम करने के लिए व्यायाम भी जरूरी है।
4. रक्तचाप के लिए
जुकिनी के फायदों में से एक रक्तचाप को नियंत्रित करने भी है। दरअसल, जुकिनी में पोटेशियम होता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित कर सकता है। ऐसे में उच्च रक्तचाप के मरीज जुकिनी को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं (1)। रक्तचाप नियंत्रित करने के लिए जुकिनी के साथ ही ब्लड प्रेशर डाइट में अन्य सब्जियों को भी डॉक्टर की सलाह पर शामिल कर सकते हैं।
5. कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए
जुकिनी बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकती है (7)। हम ऊपर बता ही चुके हैं कि इसमें फाइबर होता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ हानिकारक (एलडीएल) कोलेस्ट्रॉल को कुछ कम कर सकते हैं (8)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि जुकिनी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित कर सकती है। फिलहाल इस विषय पर और स्टडी की आवश्यकता है, लेकिन कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए इसे एक स्वस्थ आहार के रूप में डाइट में शामिल किया जा सकता है (9)।
6. अस्थमा के लिए
अस्थमा की समस्या से बचाव के लिए जुकिनी का सेवन एक अच्छा विकल्प हो सकता है। दरअसल, जुकिनी में विटामिन-सी होता है। विटामिन-सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है और यह एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव भी प्रदर्शित करता है, जिसके कारण अस्थमा से कुछ हद तक राहत मिल सकती है (10)। ऐसे में अस्थमा के लिए डाइट में जुकिनी को शामिल किया जा सकता है। सही डाइट और दवाओं के साथ ही दमा से बचाव के लिए योग का सहारा भी लिया जा सकता है।
7. कैंसर से बचाव के लिए
नियमित तौर पर जुकिनी का सेवन करके पेट के कैंसर से बचाव किया जा सकता है (7)। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, जुकिनी में ल्यूटिन नामक पोषक तत्व होता है, जो प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट की तरह कार्य करता है। एंटीऑक्सीडेंट शरीर में फ्री रेडिकल्स को बेअसर करके कैंसर सेल्स को पनपने से रोकने में मदद कर सकता है। इसका सबसे ज्यादा असर स्तन कैंसर से बचाव में हो सकता है (11)।
इसके अलावा, जुकिनी में एंटी-कैंसर गुण की भी पुष्टि हुई है। ऐसा इसमें मौजूद सायटॉक्सिसिटी (Cytotoxicity- कोशिकाओं के प्रति टॉक्सिक होना) और एंटीऑक्सीडेंट गुण की वजह से हो सकता है (12)। ध्यान रहे कि जुकिनी कैंसर से बचाव में सहायक भूमिका निभा सकती है, लेकिन यह कैंसर का इलाज नहीं है। इसके ट्रीटमेंट के लिए डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
8. पेट के लिए
जैसे कि हमने पहले ही जानकारी दी है कि जुकीनी पेट के कैंसर से बचाव में सहायक हो सकती है (7)। जुकिनी के फायदे में इस बात का भी पता चलता है कि यह पेट के लिए लाभकारी हो सकता है। दरअसल, जुकीनी में फाइबर होता है, जो आंत को स्वस्थ रखने में सहायक हो सकता है (1)। इसी वजह से स्वस्थ पाचन के लिए जुकीनी के सेवन को उपयोगी माना जाता है।
पढ़ते रहें फायदे
9. एंटीऑक्सीडेंट
जुकिनी एंटीऑक्सीडेंट का भी अच्छा स्रोत है। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, ल्यूटिन और बीटा कैरोटीन जैसे एंटीऑक्सीडेंट मौजूद हैं (7)। ये एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले क्षति से बचा सकते हैं। फ्री रेडिकल्स की वजह से कई सारी शारीरिक और मानसिक समस्याएं, जैसे – गठिया, आंखों की समस्या अल्जाइमर रोग (मस्तिष्क संबंधित समस्या) के साथ ही उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में तेज हो सकती है (13)। ऐसे में इन समस्याओं से बचाव के लिए एंटीऑक्सीडेंट डाइट में जुकिनी को शामिल करना लाभकारी हो सकता है।
10. इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए
प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होने से बीमारियों से बचा जा सकता है। एक शोध के अनुसार, जुकिनी में बी-कैरोटीन (β-Carotene) और लाइकोपीन होता है। ये दोनों केमिकल कंपाउंड इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) को बेहतर करने के साथ ही इम्यून सेल फंक्शन को बढ़ावा दे सकते हैं (14)।
अगर सिर्फ बीटा कैरोटीन की बात की जाए, तो यह इम्यून सिस्टम में सुधार कर कैंसर जैसी घातक बीमारियों के जोखिम को भी कम कर सकता है (15)। ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ में जुकीनी को शामिल करना अच्छा विकल्प हो सकता है। इम्यून पावर बढ़ाने की डाइट के साथ-साथ इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए योग को भी दिनचर्या में शामिल करें।
11. गाउट की समस्या के लिए
गाउट एक तरह का गठिया है। यह तब होता है, जब रक्त में यूरिक एसिड बनने लगता है, जिससे जोड़ों में सूजन और दर्द होता है (16)। इस परेशानी में जुकिनी का एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन को कम करने वाला) और एनाल्जेसिक यानी दर्दनिवारक प्रभाव लाभदायक साबित हो सकता है (12)। सीधे तौर पर यह गाउट के लिए कितने प्रभावकारी हैं, इस विषय पर शोध की कमी है। हां, कुछ रिसर्च में कहा गया है कि जुकिनी को गाउट के मरीज की डाइट में शामिल किया जा सकता है (17)।
12. हड्डियों के लिए जुकीनी
जुकिनी का उपयोग हड्डियों के लिए भी लाभकारी हो सकता है। दरअसल, जुकिनी में मैग्नीशियम और फास्फोरस होते हैं, जिन्हें हड्डियों के स्वास्थ्य रखने में उपयोगी हो सकता है (7)। इन सभी पोषक तत्वों के साथ ही जुकिनी में कैल्शियम की भी अच्छी मात्रा होती है (18)। यह पोषक तत्व हड्डियों के साथ ही दांतों को भी स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है (19)।
13. मस्तिष्क के लिए
मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए डाइट में कुछ फलों और सब्जियों को शामिल करना जरूरी है। जुकिनी भी उन्हीं खाद्य पदार्थों में से एक है, जो शरीर के साथ-साथ दिमाग के लिए भी लाभकारी हो सकती है। दरअसल, जुकिनी में मैंगनीज होता है, जो मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के कार्य पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है (1)। ऐसे में स्वस्थ मस्तिष्क के लिए जुकिनी का सेवन उपयोगी साबित हो सकता है।
14. गर्भावस्था में जुकिनी
प्रेगनेंसी में क्या खाएं और क्या न खाएं, इसको लेकर दुविधा होना आम है। अगर जुकिनी की बात करें, तो प्रेगनेंसी में इसे डाइट में शामिल करना लाभकारी हो सकता है। दरअसल, जुकिनी में फाइबर होता है, जो प्रेगनेंसी के दौरान महिला को कब्ज की परेशानी से बचा सकता है (20)। हालांकि, जुकिनी गर्भवती को देने से पहले चख लेना जरूरी है, क्योंकि कड़वी जुकीनी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है (21)।
15. त्वचा के लिए जुकिनी
जुकिनी त्वचा के लिए भी लाभकारी हो सकती है। वैसे सीधे तौर पर तो इस विषय में शोध उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसमें पानी की अच्छी मात्रा होती है (7)। माना जाता है कि इसके कारण त्वचा को हाइड्रेशन मिलता है। साथ ही जुकिनी में विटामिन-सी भी होता है, जो एक कारगर एंटीऑक्सीडेंट है (18)। इससे त्वचा की झुर्रियों को कम करने में मदद मिल सकती है। साथ ही यह त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से भी बचाने के लिए जाना जाता है (22)।
आगे और जानकारी है
लेख के अगले भागे में जानिए जुकिनी को फायदेमंद बनाने वाले पोषक तत्वों के बारे में।
जुकिनी के पौष्टिक तत्व – Zucchini Nutritional Value in Hindi
ऊपर आपने जाना कि जुकिनी खाने के फायदे कई सारे हैं। अब यह जानना भी आवश्यक है कि जुकिनी के फायदे इसमें मौजूद किन पोषक तत्वों के कारण शरीर को होते हैं। हम आगे जुकिनी में मौजूद इन पोषक तत्वों की जानकारी टेबल के माध्यम से साझा कर रहे हैं (18) :
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
पानी | 94.79 gm |
एनर्जी | 17 kcal |
प्रोटीन | 1.21 gm |
टोटल लिपिड (फैट) | 0.32 gm |
कार्बोहाइड्रेट | 3.11 gm |
फाइबर | 1 gm |
कैल्शियम | 16 mg |
आयरन | 0.37 mg |
मैग्नीशियम | 18 mg |
फास्फोरस | 38 mg |
पोटेशियम | 261 mg |
सोडियम | 8 mg |
विटामिन सी | 17. 9 mg |
फोलेट | 24 mg |
विटामिन ए | 200 iu |
ल्यूटिन + जियाजैंथिन | 2125 µg |
विटामिन के | 4.3 µg |
नुकसान जानें
लेख के इस भाग में जानेंगे कि जुकीनी खाने के नुकसान होते हैं या नहीं।
जुकिनी के नुकसान – Side Effects of Zucchini in Hindi
जुकिनी के फायदे के साथ ही कुछ नुकसान भी हैं। लेख के इस भाग में हम सावधानी के तौर पर जुकीनी के नुकसान की जानकारी दे रहे हैं। जुकीनी के नुकसान कुछ इस प्रकार हैं:
कुछ जुकिनी कड़वी होती हैं, जिसका सेवन करने पर पेट में ऐंठन और दस्त की समस्या हो सकती है (21)।
संवेदनशील लोगों को जुकिनी से फूड एलर्जी हो सकती है (23)।
जुकिनी का उपयोग जानें
लेख के इस भाग में जानते हैं जुकीनी के उपयोग के बारे में।
जुकिनी का उपयोग – How to Use Zucchini in Hindi
जुकिनी के नुकसान से बचने के लिए जुकिनी का उपयोग सही मात्रा और तरीके से करना जरूरी है। ऐसे में लेख के इस भाग में हम जुकिनी के उपयोग से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कर रहे हैं (1) :
चयन का तरीका :
- हमेशा चमकदार छिलके वाली जुकिनी खरीदें।
- वजन में भारी जुकिनी खरीदें।
- खरीदते वक्त देख लें कि उसपर कोई दाग-धब्बे या छेद न हो।
- जुकिनी को हल्का दबाकर देखे कि कहीं वह सड़ी-गली या मुलायम तो नहीं है।
कैसे स्टोर करें :
- जुकिनी को फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं।
- इसे ड्राई जगह पर रखें, ताकि जुकिनी सड़े नहीं।
- जुकिनी को खरीदने के एक से दो दिन के भीतर उपयोग कर लें।
जुकिनी का उपयोग :
- जुकिनी की सब्जी के रूप में खाया जा सकता है।
- वेजिटेबल सलाद में जुकिनी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- जुकिनी के पकौड़े बनाकर खा सकते हैं।
- जुकिनी को उबालकर या ग्रिल करके भी खा सकते हैं।
- सैंडविच में भी जुकिनी का उपयोग किया जा सकता है।
कितना खाएं :
प्रतिदिन आधा कप जुकिनी का सेवन किया जा सकता है (24)। वैसे उम्र और स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार इस मात्रा में बदलाव हो सकता है। इसी वजह से इस संबंध में एक बार डॉक्टरी की सलाह भी ले सकते हैं।
हमने इस लेख में जुकिनी के फायदे और नुकसान दोनों से जुड़ी जानकारी दी है। यूं तो जुकिनी के नुकसान ना के बराबर हैं, लेकिन इसे स्वास्थ्यवर्धक समझकर इसका जरूरत से ज्यादा सेवन न करें। जुकिनी को संयमित मात्रा में स्वस्थ रहने के लिए आहार में शामिल किया जा सकता है। इसे अपनी डाइट में शामिल करने के लिए लेख में बताए गए जुकिनी के उपयोग के तरीकों को आप पढ़ सकते हैं। चलिए, आगे जुकिनी को लेकर पाठकों द्वारा अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब जान लेते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या जुकिनी बच्चों को दे सकते हैं?
हां, बच्चों को जुकिनी दे सकते हैं, क्योंकि यह एक पौष्टिक खाद्य पदार्थ है।
क्या जुकिनी खीरे की तरह ही है?
नहीं, जुकिनी और खीरा एक नहीं हैं। जुकिनी एक तरह की सब्जी है, जो कद्दू और स्क्वाश के परिवार से संबंध रखती है (1)।
क्या जुकिनी को कच्चा खाया जा सकता है?
हां, जुकिनी को कच्चा खाने के बजाय हल्का उबालकर सलाद के रूप में खाया जा सकता है।
जुकिनी और कौरगेट में क्या फर्क है?
जुकिनी और कौरगेट में कोई फर्क नहीं है। ये एक ही खाद्य पदार्थ का दो अलग-अलग नाम हैं।
जुकिनी फल है या सब्जी?
जुकिनी को लोग सामान्य तौर पर सब्जी मानते हैं, लेकिन यह फल है।
क्या मुझे जुकिनी छीलनी चाहिए?
नहीं, जुकिनी को छिलके के साथ पकाना ज्यादा उपयोगी हो सकता है, क्योंकि इसका छिलका भी पौष्टिक होता है। हां, अगर जुकीनी ऑर्गेनिक नहीं है, तो उसके छिलके पर कीटनाशक हो सकते हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि जुकिनी का उपयोग छिलके के साथ करने के बजाय इसे छील लें।
References
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