Written by , (शिक्षा- बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मीडिया कम्युनिकेशन)

बदलते मौसम के साथ लोगों को कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिनमें से एक बहती नाक की समस्या भी है। इस वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए, स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम बहती नाक के लिए घरेलू उपाय लेकर आए हैं। इसके अलावा, यहां हम नाक बहने के कारण और लक्षणों से भी आपको अवगत कराएंगे। फिर देर किस बात की, लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

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लेख में सबसे पहले जानते हैं बहती नाक क्या है।

बहती नाक क्या है? – What is Runny Nose in Hindi

बहती नाक ऐसी समस्या है, जिसमें नाक से अतिरिक्त तरल पदार्थ निकलने लगता है। यह तरल पदार्थ पतला या गाढ़ा बलगम जैसा हो सकता है। मेडिकल भाषा में बहती नाक के लिए “राइनोरिया” और “राइनाइटिस” का उपयोग किया जाता है।

जब नाक से पतला और स्पष्ट बहाव होता है, तो उसे राइनोरिया कहा जाता है। वहीं, जब नाक के ऊतकों में सूजन आने के कारण बहती नाक की समस्या होती है, तो उसे रायनाइटिस कहा जाता है (1)। लेख में आगे हमने बहती नाक से बचने के उपाय के बारे में विस्तार से चर्चा की है।

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अब बारी है नाक बहने के लक्षण के बारे में जानने की।

नाक बहने के लक्षण – Symptoms of Runny Nose in Hindi

अगर बात की जाए नाक बहने के लक्षण की, तो बता दें कि नाक बहना खुद में एक लक्षण है, जो सर्दी की समस्या, एलर्जी, इन्फ्लूएंजा या फिर अन्य वायरल संक्रमण के कारण हो सकता है। इसके कारण कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, जो इस प्रकार है (1) (2):

  • नाक के एक या दोनों छिद्रों से म्यूकस का बहाव हो सकता है।
  • नाक बहने के कारण असहजता महसूस हो सकती है ।
  • खांसी की समस्या या गले में खराश की भी समस्या हो सकती है।

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नाक बहने के लक्षण जानने के बाद अब नाक बहने के कारण जान लीजिए।

नाक बहने के कारण और जोखिम कारक – Causes and Risk Factors of Runny Nose in Hindi

बहती नाक की समस्या निम्नलिखित कारणों की वजह से हो सकती है, जिसके बारे में हम नीचे क्रमवार तरीके से बता रहे हैं (2) (1) :

  • सर्दी-जुकाम
  • फ्लू।
  • साइनस इन्फेक्शन
  • ठंड का मौसम या अचानक तापमान में बदलाव।
  • मसालेदार भोजन का सेवन।
  • बढ़े हुए एडेनोइड्स, जो गले में ऊपर और नाक के ठीक पीछे होता है।
  • पर्यावरणीय कारक।
  • हार्मोनल परिवर्तन।
  • नाक में चोट लगना।
  • कार्टाजेनर सिंड्रोम – श्वसन तंत्र से जुड़ा विकार।
  • कुछ दवाओं का उपयोग।
  • नस्ल पॉलिप्स – नाक या साइनस के स्तर पर नरम, थैली जैसा बढ़ना।
  • संरचनात्मक असामान्यताएं।
  • नाक मार्ग में ट्यूमर (कैंसर रहित) होना।
  • वेसोमोटर रायनाइटिस यानी नाक के अंदर की रक्त वाहिकाओं का फैलना, जो बलगम की निकासी में वृद्धि का कारण बन सकती है।
  • वायरल संक्रमण

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आगे हम बहती नाक के घरेलू उपचार के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

बहती नाक के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies For Runny Nose in Hindi

लेख के इस भाग में हम बहती नाक का घरेलू उपचार बताने जा रहे हैं। हालांकि, उससे पहले हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि यहां बताए गए बहती नाक के लिए घरेलू उपाय किसी भी प्रकार से इसका संपूर्ण इलाज नहीं है। यह केवल उसके लक्षणों को कम कर सकते हैं। अब जानें बहती नाक का घरेलू उपचार।

1. एसेंशियल ऑयल

सामग्री:

  • नीलगिरी का तेल – 3 से 4 बूंद
  • कपूर – 1 से 2
  • पुदीना
  • डिफ्यूजर

उपयोग करने का तरीका :

  • सबसे पहले नीलगिरी के तेल में कपूर और पुदीना मिला लें।
  • इसके बाद डिफ्यूजर में तेल को डालकर उसकी खुशबू को सूंघे।
  • इसका उपयोग दिन में दो बार किया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद :

बहती नाक की समस्या के लिए नीलगिरी का तेल लाभकारी साबित हो सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध की मानें, तो नीलगिरी, मेन्थॉल और कपूर का मिश्रण बहती नाक से पीड़ित लोगों में सांस लेने की क्षमता में सुधार कर सकता है। इसके पीछे एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जो सूजन को कम करने में सहायक सिद्ध हो सकता है (3)

वहीं, जैसा कि हमने लेख में बताया कि राइनाइटिस की समस्या में नाक के ऊतकों की सूजन आ जाती है, जिस वजह से बहती नाक की समस्या हो सकती है (1)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि सूजन की समस्या को कम कर नीलगिरी का तेल बहती नाक की समस्या को कम करना सकता है।

2. गर्म चाय

सामग्री :

  • एक चम्मच कद्दूकस किया अदरक
  • दो कप पानी
  • एक चम्मच चाय पत्ती
  • एक चम्मच शहद

उपयोग करने का तरीका :

  • सबसे पहले एक बर्तन में पानी को गर्म करें।
  • फिर उसमें अदरक व चाय पत्ती और शहद डालकर कुछ देर उबालें।
  • जब दो से तीन मिनट तक वह उबल जाए, तो उसे एक कप में छान लें।
  • फिर चाय की तरह गर्म-गर्म इसका सेवन करें।
  • सुबह-शाम इसका सेवन किया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद :

जैसा कि हमने लेख में बताया कि सर्दी और फ्लू के कारण भी बहती नाक की समस्या हो सकती है (2)वहीं, एनसीबीआई वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिसर्च पेपर में इस बात का जिक्र मिलता है कि सर्दी और फ्लू के लक्षणों से राहत पाने के लिए हॉट ड्रिंक का सेवन लाभकारी हो सकता है (4)

इसके अलावा, एक अन्य शोध में यह बताया गया है कि हर्बल चाय का इस्तेमाल भी एलर्जी के कारण होने वाली बहती नाक की समस्या हो कम कर सकता है (5)। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि हॉट ड्रिंक के रूप में चाय का सेवन या फिर हर्बल टी का सेवन बहती नाक के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।

3. चेहरे की भाप

सामग्री :

  • एक बड़ा-सा बर्तन
  • दो से तीन मग पानी
  • एक तौलिया

उपयोग करने का तरीका :

  • सबसे पहले एक बर्तन में पानी गर्म कर लें।
  • पानी गर्म होने के बाद गैस बंद कर गर्म पानी वाले बर्तन को एक ऊंचे स्थान पर रखें।
  • अब सिर के ऊपर तौलिया ओढ़ें और चेहरे को गर्म पानी वाले बर्तन के ऊपर झुकाएं।
  • 5 मिनट तक ऐसी स्थिति में रहें।
  • चाहें तो चेहरे की भाप के लिए बाजार में मिलने वाले स्टीमर का उपयोग भी कर सकते हैं।
  • बहती नाक की समस्या से आराम पाने के लिए दिन में 2 से 4 बार ऐसा कर सकते हैं।

कैसे है फायदेमंद :

बहती नाक के लिए घरेलू उपाय में भाप लेना भी शामिल है। बताया जाता है कि दिन में 2 से 4 बार भाप लेने से बहती नाक की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है (2)। इसके अलावा, एक अन्य शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि भाप लेने सर्दी के लक्षणों में सुधार किया जा सकता है, जिसमें नाक बहना भी शामिल है (6)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि चेहरे की भाप लेने से बहती नाक की समस्या को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।

4. गर्म स्नान

सामग्री :

  • गुनगुना पानी

उपयोग करने का तरीका :

  • गुनगुने पानी से स्नान करें।

कैसे है फायदेमंद :

बहती नाक का घरेलू उपचार गुनगुने पानी से स्नान करना भी है। इससे जुड़े एक रिसर्च में बताया गया है कि हर्बल बाथ और बिना हर्बल वाले बाथ दोनों एलर्जी रायनाइटिस के लक्षणों (जिसमें बहती नाक की समस्या भी शामिल है) को कम करने में मददगार साबित हो सकता है (7) ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि बहती नाक की समस्या से राहत पाने के लिए गुनगुने पानी से स्नान करना फायदेमंद साबित हो सकता है।

5. नेटी पॉट

सामग्री :

  • 100 मिलीलीटर पानी
  • एक चुटकी नमक
  • नेटी पॉट या केतली

उपयोग करने का तरीका :

  • सबसे पहले एक बर्तन में पानी और नमक डालकर उसे गुनगुना कर लें।
  • अब इस गुनगुने नमक वाले पानी को नेटी पॉट या केतली में भर लें।
  • इसके बाद सिर को एक तरफ हल्का-सा झुकाएं और नेटी पॉट या केतली से एक तरफ के नथुने में गुनगुना पानी डालकर दूसरे नथुने से निकालें।
  • इसके बाद यह प्रक्रिया नाक के दूसरे नथुने से दोहराएं।
  • इस प्रक्रिया को एक दिन में एक बार किया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद :

बहती नाक की समस्या से छुटकारा पाने के लिए नेटी पॉट के इस्तेमाल की भी सलाह दी जाती है (8)। इस संबंध में एनसीबीआई की साइट पर भी एक शोध प्रकाशित है। इस शोध के अनुसार, इस प्रक्रिया के इस्तेमाल से बहती नाक के लक्षणों में सुधार हो सकता है (9)। ऐसे में कहा जा सकता है कि बहती नाक का घरेलू उपचार में इसका उपयोग लाभकारी हो सकता है। इसके इस्तेमाल से पहले बेहतर होगा कि एक बार डॉक्टरी सलाह जरूर लें।

6. चटपटा खाना

सामग्री :

  • एक कप उबला चना
  • एक चम्मच नींबू का रस
  • आधा कप कटा हुआ प्याज
  • एक से दो मिर्च
  • नमक स्वादानुसार
  • चाट मसाला आवश्यकतानुसार

उपयोग करने का तरीका :

  • सबसे पहले उबले चने में प्याज, टमाटर और हरी मिर्च अच्छे से मिला लें।
  • इसके बाद इसमें नमक, नींबू का रस व चाट मसाला डालकर एक बार फिर से मिलाएं।
  • अब इस चटपटे व्यंजन का आनंद उठाएं।

कैसे है फायदेमंद :

बहती नाक की समस्या से आराम पाने के लिए चटपटा खाना भी लाभकारी साबित हो सकता है। दरअसल, इसमें मिलाया गया नींबू का रस सर्दी के लिए लाभकारी हो सकता है। इसके अलावा, इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी मौजूद होता है, जो सूजन को कम करने में लाभकारी साबित हो सकता है (10)। वहीं, लेख में हमने यह बताया ही है कि नाक के ऊतकों में सूजन के कारण भी बहती नाक की समस्या हो सकती है (2)

वहीं, अगर बात करें इसमें मिलाए गए प्याज और मिर्च की, तो इस विषय से संबंधित एक शोध में बताया गया है कि बहती नाक के लक्षणों को कम करने के लिए प्याज और मिर्च का इस्तेमाल करना लाभकारी साबित हो सकता है (11)। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि बहती नाक की समस्या से राहत पाने के लिए चटपटा खाना फायदेमंद साबित हो सकता है।

अभी बाकी है जानकारी

बहती नाक के लिए घरेलू उपाय जानने के बाद अब उसका निदान जान लीजिए।

बहती नाक का निदान – Diagnosis of Runny Nose in Hindi

बहती नाक का निदान कान, नाक, गला और सांस की नली पर आधारित होता है। इसके लिए डॉक्टर निम्नलिखित सलाह दे सकते हैं (2) :

  • शारीरिक परीक्षण – सबसे पहले डॉक्टर शारीरिक परीक्षण कर सकते हैं। इसमें बहती नाक से जुड़े विभिन्न लक्षणों के बारे में पूछा जा सकता है।
  • एलर्जी स्किन टेस्ट – इसके अलावा, डॉक्टर एलर्जी स्किन टेस्ट कराने की भी सलाह दे सकते हैं। इससे यह पता लगाया जा सकता है कि बहती नाक की समस्या किसी प्रकार की एलर्जी के कारण तो नहीं है।
  • रक्त परीक्षण – बहती नाक के निदान के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट कराने का भी सुझाव दे सकता है। इसमें खून की जांच कर समस्या के कारण के बारे में पता लगाया जा सकता है।
  • साइनस का एक्स-रे – बहती नाक के लिए डॉक्टर चाहे तो साइनस का एक्स-रे कराने की भी सलाह दे सकते हैं। इसमें पूरे सिर के आसपास की हड्डियों की तस्वीर ली जाती है, जिसमें चेहरे की हड्डियां, नाक और साइनस शामिल होता है (12)
  • छाती का एक्स-रे – इसमें छाती, फेफड़े, हृदय, बड़ी धमनियों, पसलियों व डायाफ्राम का एक्स-रे होता है (13)
  • गले की जांच – गले की जांच के लिए थ्रोट कल्चर परीक्षण किया जाता है। इसमें उन कीटाणुओं की पहचान की जाती है, जो गले के संक्रमण का कारण बन सकते हैं (14)
  • बलगम की जांच – बलगम व गले की जांच के जरिए भी बहती नाक का निदान किया जा सकता है। इसके माध्यम से बलगम की जांच कर संक्रमण का कारण बनने वाले कीटाणुओं का पता लगाया जा सकता है (15)

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लेख के इस हिस्से में हम बहती नाक का इलाज बताने जा रहे हैं।

बहती नाक का इलाज – Treatment of Runny Nose in Hindi

आमतौर पर बहती नाक की समस्या अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर भी हो सकती है (1)। ऐसे में बहती नाक का इलाज करना जरूरी हो जाता है। इसलिए, यहां हम बहती नाक की दवाओं के बारे में बता रहे हैं, जो बहती नाक का इलाज करने में मदद कर सकते हैं (2):

  • डिकोन्जेस्टेंट्स (Decongestants) – बहती नाक की दवा के रूप में डिकोन्जेस्टेंट्स का इस्तेमाल करने की सलाह दी जा सकती है। यह नासिका मार्ग को सिकोड़ने व सुखाने में मदद कर सकती है, जिससे बहती नाक की समस्या से राहत मिल सकती है।
  • एंटीहिस्टामाइन (Antihistamines) – एंटीहिस्टामाइन दवाएं एलर्जी के लक्षणों का इलाज करने में मदद कर सकती हैं। बता दें कि कुछ एंटीहिस्टामाइन दवाएं नींद का कारण बन सकती हैं, ऐसे में बहती नाक की दवा के रूप में इसका इस्तेमाल डॉक्टरी सलाह पर ही करें।
  • नेसल स्प्रे – बहती नाक की दवा के तौर पर नेसल स्प्रे के इस्तेमाल की भी सलाह दी जा सकती है।

बने रहें हमारे साथ

लेख के अंत में हम बहती नाक से बचने के उपाय के बारे में बता रहे हैं।

बहती नाक से बचने के उपाय – Prevention Tips for Runny Nose in Hindi

बहती नाक की दवा के बारे में जानने के बाद चलिए अब जरा बहती नाक से बचने के उपाय जान लीजिए (16) (2):

  • अपने चेहरे को दिन में कई बार नम तौलिए से पोंछते रहें।
  • वेपोराइजर या ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें।
  • दिन में कम से कम 2 से 4 बार भाप लें।
  • अधिक से अधिक पानी का सेवन करें।
  • आसपास साफ-सफाई रखें।
  • संक्रमण से बचने के लिए हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
  • अपने तौलिये और कपड़ों को किसी और को इस्तेमाल न करने दें।
  • जिन लोगों को इसकी समस्या है, उनसे दूरी बनाए रखें।
  • एलर्जी का कारण बनने वाली चीजों से भी दूर रहें।

बहती नाक एक आम समस्या है, जिसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। इस लेख में हमने बहती नाक के कारण और लक्षणों के बारे में विस्तार से बताया है। इसके अलावा, यहां बहती नाक के घरेलू उपचार भी बताए हैं। अगर इन उपायों के बाद भी बहती नाक की समस्या ठीक नहीं हो और लगातार बढ़ती रहे हो, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या नाक बहने से गले में खराश हो सकती है?

हां, नाक बहने से गले में खराश हो सकती है। दरअसल, जब अधिक म्यूकस गले के पीछे यानी पोस्ट नेसल ड्रिप में चला जाता है, तो इससे खांसी या गले में खराश की समस्या हो सकती है (2)

क्या नाक बहने से कान में संक्रमण हो सकता है?

हां, जब अधिक म्यूकस के कारण नाक और कान के बीच स्थित यूस्टेशियन ट्यूब बंद हो जाती है, तो कान में संक्रमण और दर्द हो सकता है (17)

क्या बहती नाक संक्रामक है?

हां, बहती नाक संक्रामक हो सकती है। जैसा कि हमने लेख में बताया कि सर्दी के कारण बहती नाक की समस्या हो सकती है। वहीं, सर्दी की समस्या वायरस के कारण होती है, जो हवा और व्यक्तिगत संपर्क में आने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकते हैं (18)

मैं अपनी बहती नाक को कैसे रोकूं?

बहती नाक की समस्या में राहत पाने के लिए लेख में बताए गए घरेलू उपाय को अपना सकते हैं। इसमें
भाप लेना, गर्म स्नान व चाय का सेवन आदि शामिल है।

References

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  1. Runny Nose (Rhinorrhea) and Health
    https://www.researchgate.net/publication/339973246_Runny_Nose_Rhinorrhea_and_Health
  2. Stuffy or runny nose – adult
    https://medlineplus.gov/ency/article/003049.htm
  3. Treatment of Upper Respiratory Tract Infections in Primary Care: A Randomized Study Using Aromatic Herbs
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2967840/
  4. The effects of a hot drink on nasal airflow and symptoms of common cold and flu
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/19145994/
  5. The efficacy of herbal tea as a preventive measure for Allergic Rhinitis
    https://www.researchgate.net/publication/334249839
  6. Efficacy of Steam Inhalation with Inhalant Capsules in Patients with Common Cold in a Rural Set Up
    https://www.researchgate.net/publication/272823081_Efficacy_of_Steam_Inhalation_with_Inhalant_Capsules_in_Patients_with_Common_Cold_in_a_Rural_Set_Up
  7. Efficacy and safety of herbal steam bath in allergic rhinitis: a randomized controlled trial
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/29397091/
  8. Naturo Guidelines v6a.cdr
    https://www.ayush.gov.in/docs/naturopathy-guidelines.pdf
  9. Saline Nasal Irrigation for Upper Respiratory Conditions
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2778074/
  10. Citrus limon (Lemon) Phenomenon—A Review of the Chemistry, Pharmacological Properties, Applications in the Modern Pharmaceutical, Food, and Cosmetics Industries, and Biotechnological Studies
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC7020168/
  11. Natural Remedies for the Relief of Cold and Flu Symptoms: The Evidence for Garlic, Onion, Chilli and Chocolate
    https://www.researchgate.net/publication/285900876
  12. Skull x-ray
    https://medlineplus.gov/ency/article/003802.htm
  13. Chest x-ray
    https://medlineplus.gov/ency/article/003804.htm
  14. Throat swab culture
    https://medlineplus.gov/ency/article/003746.htm
  15. Routine sputum culture
    https://medlineplus.gov/ency/article/003723.htm
  16. Common cold
    https://medlineplus.gov/ency/article/000678.htm
  17. Stuffy or runny nose – children
    https://medlineplus.gov/ency/article/003051.htm
  18. Common Cold
    https://www.cdc.gov/antibiotic-use/colds.html
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Saral Jain
Saral Jainहेल्थ एंड वेलनेस राइटर
सरल जैन ने श्री रामानन्दाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय, राजस्थान से संस्कृत और जैन दर्शन में बीए और डॉ.

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