Written by , (एमए इन मास कम्युनिकेशन)

ईश्वर के सबसे बेहतरीन तोहफों में से मां-बाप एक होते हैं। उनका प्रेम जितना निस्वार्थ होता है, उतना ही प्रगाढ़ भी। हमारे जीवन के पहले गुरु होने के साथ-साथ वो पहले बेस्ट फ्रेंड भी होते हैं। बच्चों का पूरा जीवन उनके बिना अधूरा है। इनकी तारीफ में जितना लिखा व कहा जाए सब कम है। फिर भी हम इस लेख में उनके प्रति स्नेह को जाहिर करने और प्यार भरे रिश्ते को दर्शाने के लिए मां-बाप पर कविता और माता पिता पर शायरी लेकर आए हैं। आप इन बेस्ट 35+ शॉर्ट पोयम्स ऑन पेरेंट्स इन हिन्दी को माता-पिता को भेजकर उन्हें अच्छा महसूस करा सकते हैं।

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आर्टिकल की शुरुआत करते हैं पोयम्स फॉर पेरेंट्स इन हिंदी से।

माता पिता पर कविता- 35+ Poem For Parents In Hindi | Mummy Papa Par Kavita

मां-बाप से बढ़कर इस दुनिया में कोई रिश्ता नहीं है। हमारे जीवन में उनकी महत्वता को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। उनके संस्कार व परवरिश के कारण ही बच्चा बुलंदियों को छूता है। हम चाहे उनके लिए कितना भी क्यों न कर लें, लेकिन उनके त्याग व प्रेम का कर्ज कभी भी चुकाया नहीं जा सकता। यही वजह है कि हम लेख में आगे दो से तीन भागों में माता पिता के लिए कविता, स्टेटस और शायरी लेकर आए हैं।

सबसे पहले पढ़ते हैं माता पिता पर कविता। ये सारी शॉर्ट पोएम्स ऑन पेरेंट्स आपको जरूर पसंद आएंगी।

माता पिता पर कविता

यहां हम माता पिता के प्रति आपके प्यार को दर्शाने के लिए दिल को छू लेने वाली कुछ कविताएं लेकर आए हैं। आप इनमें से किसी भी कविता को चुनकर उन्हें भेज सकते हैं या फिर उन्हें सुनाकर खास महसूस करा सकते हैं।

  1. घुटनों पर रेंगते थे जानवरों की तरह,
    जाने किस तरह इंसान बनना सिखाया,
    अपने त्याग और बलिदान से निरंतर,
    हमें सफलता की सीढ़ी चढ़ाया,
    किस्मत वाले ही होंगे वो लोग,
    जिन्होंने भगवान के रूप में मां बाप को पाया।
  1. मां की ममता की छांव हर धूप से बचाती है,
    हमारी हर बढ़ाई और हर एक सफलता,
    उनके बलिदान की कहानी बताती है,
    पास हो तो कदर नहीं होती उनकी,
    दूर हो जाए कभी वो तो,
    याद उनकी हर पल सताती है।
  1. कितने नादान होते हैं मां-बाप,
    जो हमसे पहली नजर का प्यार कर बैठते हैं,
    करते हैं शायद कोई जादूगरी,
    जो सपने तारों के दिखाते हैं,
    कितने ही बड़े हो जाएं हम लेकिन
    पलकों पर वो अपनी बिठाते हैं
  1. जाने खुदा को ये ख्याल कैसे आया होगा,
    जो उसने मां बाप को बनाया होगा,
    रचकर उसे अपना ये करिश्मा,
    नाज खुद पर आया होगा,
    मेरे कुछ मांगने से पहले ही,
    उसे समझ कैसे आया होगा?
  1. तलफ कांच को क्या घूर रहा है,
    वो तुझे तेरा ही चेहरा दिखाएगी,
    वैसे ही मां की ममता को न परख,
    अनुभूति ये हनुमान सी,
    दिल चीर के तुझे ही दिखाएगी।
  1. छोटी-छोटी बातों से पिता पर नाराज न होइए,
    वो तो हैं वीर तेरे उस तलिस्मन ख्वाबों का,
    झूठी ही क्यों न लगे चाहत और माया तेरी,
    वह उसे भी पूरा कर दिखलाएंगे।
  1. त्वमेव माता त्वमेव पिता,
    हमें पढ़ना सिखाया,
    हमें लिखना सिखाया,
    बेशक सीखा न पाए व्याकरण की कोई लिपि,
    मातृभाषा की बोली हमने तुमसे ही सीखी।
  1. सारे राज कैसे छिपाती है,
    मां ये हुनर कैसे दिखाती है,
    मलहम बन लग जाती है,
    जब भी कोई चोट सताती है,
    कभी दोस्त बन चिढ़ाती है,
    कभी गुरु बन पाठ जीवन का पढ़ाती है।
  1. मां बाप हर मंजर-ए-साथ,
    दूत भी न खोल सके इनके पाक प्यार का राज,
    अनमोल है, पवित्र है ये रिश्ता,
    इसमें न कोई माया न इत्तेफाक।

पढ़ते रहें, माता-पिता पर कविता

  1. इन्होंने ही बढ़ाया मेरा मान,
    यही हैं मेरे धरती मेरे आसमान,
    इनका प्यार है अनोखा,
    जिसमें न कोई छल न कोई धोखा,
    मेहनत न लगती लाड इनका पाने के लिए,
    इनका प्यार पाना है बेहद आसान।
  1. शीतल हवा के झोंके सा लगता है,
    दुनिया का हर पिता क्यों अपना सा लगता है,
    वह ही सबके जीने का सहारा है,
    हर घर की खुशियों का पिटारा है,
    बनता है छत, देता है सहारा,
    ऐसे ही नहीं भगवान भी पिता के सामने हारा।
  1. पकड़कर हाथ चलना सिखाते हैं,
    बाबा हमको खूब सैर कराते हैं,
    सूरज की गर्मी में तपते हैं वो,
    खूब मेहनत करते हैं वो,
    कीमती होते हैं वो जैसे होता है सोना,
    बिना उनके सूना है घर का हर एक कोना।
  1. किस्मत उनकी बुरी होती है,
    जो मां बाप को अपने भूल जाते हैं।
    न जाने दिल वो अपना,
    कहां भूल आते हैं,
    वो बूढ़ी आंखों में अपनी,
    सपने हमारे सजाते हैं,
    हमारी एक झलक की खातिर
    इंतजार करते रह जाते हैं।
  1. जहां मां बाबा ने चलना सिखाया,
    जहां तुमने अपना बचपन बिताया,
    उस आशियाने को तुम भूलना मत,
    उन मां बाबा का दिल दुखाना मत,
    उन्होंने ही तुम्हें नाम दिलाया,
    आशीर्वाद से ही उनके, तुम्हें संसार पहचान पाया।
  1. जब मां बाबा बुजुर्ग हो जाते हैं,
    चीजें रख कहीं वो भूल जाते हैं,
    फिर पूरा दिन भूली चीजें ढूंढते रह जाते हैं,
    न मिलने पर वो चिढ़े-खिझे रह जाते हैं,
    किस्से अपनी जवानी के सुना
    पाठ हमें पढ़ाते हैं,
    इसी तरह मां बाबा धीरे-धीरे बुज़ुर्ग हो जाते हैं।
  1. मां बाबा का दिल दुखाना नहीं चाहिए,
    मान उनका घटाना नहीं चाहिए,
    भूल से भी उन्हें सताना नहीं चाहिए,
    सिर उनका झुकाना नहीं चाहिए,
    आंसू उनकी आंखों में लाना नहीं चाहिए,
    प्यार उन पर अपना लुटाना चाहिए
  1. सच है कि कर्ज इनके कभी उतारे नहीं जाते,
    दुलार उनका ये सब समझ नहीं पाते,
    क्यों इनके होने पर हम यूं बेफिक्र से हो जाते,
    यूं ही नहीं ईश्वर का ये दर्जा पाते,
    कैसे ये हमारी उलझनें चुटकियों में सुलझाते,
    खुशियों में हमारी शामिल होकर,
    हर गम वो अपना भूल जाते।
  1. मां बाप के प्यार में न होता भेदभाव का नाम,
    तोलकर इसे न करना उनका अपमान,
    तुम्हें तो बढ़ाना है केवल इनका सम्मान,
    मोह को तोल, तोलकर तराजू भी बोले,
    जितना भी तोल लूं, यह मोल रहे हरदम एक समान।

पढ़ते रहें लेख

लेख के अगले भाग में है माता पिता पर शायरी।

माता पिता पर शायरी

Short Poems On Parents In Hindi
Image: Shutterstock

हमारी हर सफलता के पीछे हमारे माता पिता का हाथ होता है। यही वो रिश्ता है, जो कभी टूटता नहीं है, बल्कि वक्त के साथ और गहरा होता जाता है। उनके बिना हम कुछ भी नहीं हैं। हर बच्चे के जीवन में माता-पिता का महत्व सबसे ऊंचा होता है। अब तक आपने इसी महत्व पर कुछ कविताएं पढ़ीं। आगे आप पढ़ेंगे माता पिता पर शायरी।

  1. हमारे हर दर्द की दवा होती है,
    दुखता है दिल जब मां खफा होती है।
  1. बच्चे ही होते हैं मां बाबा के होठों की हंसी,
    न लाना कभी उनकी आंखों में नमी।
  1. हर गम को भूल सा जाता हूं,
    जब खुद को मां बाबा के पास पाता हूं।
  1. ऐसी न हमारी औकात है,
    आप जैसे मां बाबा को पाना,
    ईश्वर की सौगात है।
  1. इस दुनिया से थे हम अनजान,
    आप ही ने दी हमें ये पहचान।
  1. मां बाबा को दुख पहुंचा कर,
    सुख तुम कैसे पाओगे,
    उनके प्रेम को ठोकर मारकर,
    चैन से कैसे सो पाओगे
  1. चाहत एक यही खुदा से मैं मांगता हूं,
    जन्मों-जन्मों तक मां बाप यही मिलें,
    खुदा से मैं बस यही चाहता हूं।
  1. माता-पिता रूपी दौलत पर मुझे बेहद गुरूर है
    प्रेम ही प्रेम दिया जिन्होंने मुझे भरपूर है।
  1. अपनी जिंदगी में उलझे रहते हो,
    क्यों नहीं समझ पाते उनका ये दर्द,
    करोड़ों की संपत्ति समेट लो चाहे,
    नहीं पूरा कर पाओगे उनका ये कर्ज।
  1. जाने क्या जादू है मां की उस थपकी में,
    गहरी नींद आ जाती है बस यूं एक झपकी में।
  1. मां बाबा को संग रखने को बोझ तुम कभी समझना नहीं,
    चाहते हैं वो भला तुम्हारा, बात ये तुम कभी भूलना नहीं।
  1. जाने कैसे कर लेते मां बाप मुझसे इतना प्यार
    महसूस यूं कराते मुझको मानो मैं हूं महल का राजकुमार।
  1. अच्छे बुरे को पहचानना सिखाया,
    एक शिक्षक बन तुमने हमें पढ़ाया।
  1. खुद लाख दर्द सह कर वो हमें हंसाते हैं,
    ऐसे ही नहीं मां-बाप औहदा ईश्वर का पाते हैं
  1. खुद भूखे रहकर मां ने अपना निवाला मुझे खिलाया था,
    नन्ही उंगलियों को अपने हाथों में थामे,
    मां ने ही पहला अक्षर लिखना मुझे सिखाया था।
  1. चोट तुझे लगे जो कोई, तो आंखें उनकी रोती है,
    बच्चे को बड़ा करते करते जवानी उनकी खो जाती है।
  1. हर पिता अपने बच्चे का सहारा होता है,
    इनका प्रेम कभी शहद की तरह मीठा, तो कभी खारा होता है।
  1. पिता के होने पर बाजार का हर खिलौना अपना सा लगता है,
    उनकी अनुपस्थिति में हर हकीकत मानो सपना सा लगता है।
  1. पिता हो तो खाली सिर पर हाथ होता है,
    न होने पर पिता के, हर बचपन अनाथ होता है।
  1. मां बाप सा रिश्ता दुनिया में कहीं मिलता नहीं,
    ये वो फूल है, जो गिर जाए अगर,
    तो दोबारा कभी खिलता नहीं

हमें उम्मीद है कि दुनिया के हर माता पिता के सम्मान में लिखी गई ये माता पिता पर शायरी और माता पिता पर कविता का संग्रह आप सभी को पसंद आया होगा। हम ईश्वर से कामना करते हैं कि आपके और आपके माता पिता के बीच का ये अटूट बंधन सदा प्रेम व विश्वास की डोरियों से बंधा रहे। अगर आप भविष्य में भी इसी तरह के अन्य लेख पढ़ना चाहते हैं, तो हमसे जुड़े रहें और पढ़ते रहें स्टाइलक्रेज।

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Aviriti Gautam
Aviriti Gautamलाइफस्टाइल राइटर
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