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“शादी कोई बच्चों का खेल नहीं है” यह कहावत सब ने सुनी होगी। घरवाले अक्सर इसका इस्तेमाल करते हैं, खासकर तब जब शादी अरेंज न होकर लव मैरिज से जुड़ी हो। वैसे तो आज के समय में इसका प्रचलन काफी बढ़ गया है, लेकिन कई लोग अभी भी इसकी परिभाषा से अनजान है। यही वजह है कि मॉमजंक्शन के इस लेख में हम लव मैरिज जैसे महत्वपूर्ण विषय के बारे में जानकारी लेकर आए हैं। साथ ही यहां हम इसके फायदे व नुकसान के बारे में भी बताने वाले हैं।

तो चलिए, सबसे पहले प्रेम विवाह की परिभाषा समझ लीजिए।

प्रेम विवाह क्या होता है?

कहते हैं शादी जीवन भर का रिश्ता होता है। वहीं, अगर बात करें लव मैरिज की तो इसका मतलब वैसी शादी से होता है, जहां लड़का लड़की एक दूसरे को पहले से ही जानते हैं और उनके बीच गहरा प्यार होता है। वे दोनों आपसी सहमति के साथ जब शादी करते हैं तो उसे ही प्रेम विवाह कहा जाता है। लेख में आगे हमने प्यार और विश्वास से भरपूर प्रेम विवाह के फायदों के बारे में विस्तार से बताया है।

लेख के इस भाग में हम लव मैरिज के फायदे बता रहे हैं।

लव मैरिज के फायदे | Benefits of love marriage in hindi

प्रेम विवाह यानी लव मैरिज के फायदे कई सारे हैं। अगर कोई पेरेंट्स प्रेम विवाह के लिए राजी नहीं होते हैं, तो उन्हें इसके निम्नलिखित फायदे बता कर इसके लिए राजी कर सकते हैं। साथ ही अगर आप अभी तक लव मैरिज से अंजान हैं, तो यहां बताए गए फायदे आपको भी इसे करीब से समझने में मदद करेंगे।

1. मन चाहा जीवनसाथी का मिलना

प्रेम विवाह का सबसे बड़ा फायदा है मनचाहे जीवनसाथी का मिलना। अरेंज मैरिज की तरह लव मैरिज में पार्टनर की तलाश घरवाले नहीं करते हैं, बल्कि लड़का या लड़की खुद अपनी पसंद से अपने लिए जीवनसाथी का चुनाव करते हैं और फिर आपसी सहमति शादी करते हैं।

2. भरपूर प्यार से भरा रिश्ता

जैसा कि अपने नाम से ही जाहिर है कि प्रेम विवाह प्यार के रिश्ते पर टिका होता है। वहीं, प्यार से संबंधित एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की साइट पर एक रिसर्च मौजूद है, जिसमें कुछ महिलाओं ने बताया है कि अगर शादी से पहले ही शादी-शुदा कपल के बीच प्यार हो, तो उनके रिश्ते में शादी के बाद अधिक प्यार होता है (1)। यानी की अरेंज मैरिज में जहां धीरे-धीरे प्यार की डोर मजबूत होती है, वहीं लव मैरिज में पहले से ही प्यार की डोर मजबूत बनी रहती है।

3. साथी की बेहतर पहचान

लव मैरिज का एक अन्य लाभ अपने साथी की बेहतर पहचान होना भी है। अरेंज मैरिज में जहां “झट मंगनी-पट ब्याह” वाली गड़बड़ी होती है। वहीं, लव मैरिज में कपल अपने पार्टनर को काफी अच्छी तरह से समझते हैं। वे एक दूसरे की पसंद-नापसंद का पूरी तरह से ख्याल रखते हैं। साथ ही अच्छे व बुरे व्यवहार के बारे में भी अच्छे से परिचित होते हैं। इसलिए उनके रिश्ते में मनमुटाव की भी संभावना काफी कम होती है।

4. लड़ाई-झगड़े में कमी

वैसे तो किसी भी रिश्ते में लड़ाई-झगड़ा होना आम माना जाता है, लेकिन अरेंज मैरिज के मुकाबले लव मैरिज में इसकी संभावना थोड़ी कम होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि, लव मैरिज वाले कपल एक दूसरे को लंबे समय से जान रहे होते हैं, इसलिए उन्हें एक दूसरे की आदतों के बारे में अच्छे से जानकारी होती है। वे जानते हैं कि उनकी कौन सी बात सामने वाले को बुरी लग सकती है और कौन सी नहीं।

5. मन से खुश रहना

अगर अपनी मनचाही चीज मिल जाए तो भला कौन खुश नहीं होता। लव मैरिज करने वाले लोगों के साथ भी ऐसा ही कुछ है। उन्हें अपनी पसंद का जीवन साथ मिलता है, जिससे उन्हें अपने जीवन में काफी संतुष्टि मिलती है और वे आगे की लाइफ को भी खुशी-खुशी बिता सकते हैं।

स्क्रॉल कर जानिए साइड इफेक्ट ऑफ लव मैरिज।

लव मैरिज के नुकसान | Love marriage side effects in hindi

हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। जहां लव मैरिज के फायदे हैं, तो वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं। प्रेम विवाह के साइड इफेक्ट जानने के लिए इस भाग को पढ़ें :

1. अपनो से दूर होना

प्रेम विवाह के लिए अगर परिवार वाले मान जाए तो इसमें कपल्स को कोई परेशानी नहीं होती। वहीं, अगर परिवार वाले नहीं मानते हैं तो फिर यहां से कपल्स के लिए संघर्ष शुरू हो जाता है। कई बार तो उन्हें परिवार के खिलाफ भी जाना पड़ सकता है, खासकर तब जब साथी दूसरी जाति या धर्म का होता है। ऐसे में समाज के डर से परिवार, दोस्त व रिश्तेदार भी दूरी बना लेते हैं। इसे लव मैरिज का सबसे बड़ा नुकसान माना जा सकता है।

2. समाज का अपराधी बनना

प्रेम विवाह करने वाले जोड़ों को कभी-कभी समाज का साथ नहीं मिल पाता है। दरअसल, सभी धर्म में अपने कुछ रीति-रिवाज होते हैं, जिन्हें समाज की खातिर मानना ही पड़ता है। वहीं, अगर लव मैरिज कर रहे कपल्स इन रीति-रिवाजों को नहीं मानते हैं तो उन्हें यह समाज अपराधी मानने लगता है। इस समाज के नजर उनका सही रिश्ता नहीं होता है।

3. प्यार कम होने का डर

प्रेम विवाह करने वाले जोड़ों के मन में प्यार कम होने का डर भी बना रहता है, खासकर तब जब उनके बीच प्यार की सबसे अहम वजह किसी तरह का आकर्षण व उम्मीद से जुड़ा हो। ऐसे में साथी इस बात को लेकर असुरक्षित महसूस करने लगते हैं कि रिश्ते में वो आकर्षण खत्म होने पर, साथी के प्यार में भी कमी हो सकती है। साथ ही, अगर वो शादी के बाद अपने साथी की उम्मीदों को पूरा नहीं कर पाएंगे, तो भी उनके साथी का आकर्षण धीरे-धीरे उनकी तरफ से कम हो सकता है।

4. परिवारों के बीच मनमुटाव

लव मैरिज को लेकर लड़का और लड़की दोनों के परिवार के बीच मनमुटाव की स्थिति पैदा हो सकती है। दरअसल, इस प्रकार की शादी में कपल के परिवार एक दूसरे को अच्छी तरह से नहीं जान रहे होते हैं, इसलिए दोनों एक दूसरे से अधिक उम्मीद लगाकर बैठ जाते हैं। वहीं, अगर उनकी इच्छाएं पूरी नहीं होती है, तो फिर ऐसे में मनमुटाव की स्थिति पैदा हो सकती है।

5. बदनामी होने का डर

लव मैरिज अगर दूसरे धर्म या जाति में हो, तो इससे न सिर्फ लड़का-लड़की बल्कि उनके घर वालों और रिश्तेदारों को भी बदनामी का डर बना रहता है। दरअसल, कुछ परिवार ऐसे भी होते हैं, जो जाति-धर्म से ऊपर उठकर लव मैरिज के लिए हामी भर देते हैं। ऐसे परिवार वालों को समाज अपनाने से मना कर देता है। इस वजह से उन्हें बदनामी का सामना करना पड़ सकता है।

प्रेम विवाह कैसे करें, अब हम इसके बारे में बता रहे हैं।

प्रेम विवाह कैसे करे? | How to do love marriage in hindi

ऐसा नहीं है कि प्रेम विवाह की राह बहुत ही आसान है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी लव मैरिज हो तो लेख के इस हिस्से में बताए गए कुछ  बातों का ध्यान जरूर रखें। ये बातें न सिर्फ आपके व आपके परिवार से जुड़ी है, बल्कि आपके साथी के लिए भी काफी अहम हैं।

1. एक-दूसरे के रीति-रिवाज समझें

अगर प्रेम विवाह अपने से अलग धर्म या संस्कृति में कर रहे हैं, तो ऐसे में अपने साथी के धर्म व संस्कृति का पूरा सम्मान करें। ऐसा करने से दोनों एक-दूसरे को करीब से समझ सकते हैं और मन में एक-दूसरे के प्रति सम्मान भी बढ़ सकता है। साथ ही, पार्टनर व उसका परिवार भी दूसरे धर्म के प्रति अपने मन में सम्मान के दायरे को बढ़ा सकता है।

2. धैर्य रखें

लव मैरिज एक कठिन फैसला होता है, ऐसे में कपल्स को धैर्य रखने की आवश्यकता होती है। शादी से पहले दोनों एक दूसरे को अच्छे से समझ लें, फिर साथ में मिलकर इस बारे में घरवालों को बताएं। अगर वो नहीं मानते हैं, तो उन्हें भी थोड़ा समय दें, ताकि वे इस रिश्ते को समझ सकें और उस पर दोबारा से सोच विचार कर सकें।

3. तालमेल बिठाएं

हर रिश्ते में दोनों ही तरफ से काफी कुछ एडजस्ट करना पड़ता है। ऐसे में लव मैरिज में भी दोनों साथी को आपसी समझ से एडजस्टमेंट करना चाहिए। ऐसा करने से दोनों ही अपने फैसले से खुश रहेंगे। साथ ही दोनों को परिवार से जुड़ी कुछ बातों व रीति-रिवाजों को लेकर भी एडजस्टमेंट करना चाहिए ताकि वैवाहिक जीवन खुशहाली से भरा रहे।

4. जीवनसाथी का ख्याल रखें

लव मैरिज के फैसले को सफल बनाने के लिए जीवनसाथी का ख्याल रखना भी जरूरी है। साथी की पसंद-नापसंद से लेकर अपने हर फैसले में उनकी राय को शामिल करना भी जरूरी है। इससे लव मैरिज के प्रति साथी को फैसला लेने में आसानी होगी और वह भी इस रिश्ते के प्रति खुद को समपर्ति करने में समर्थ हो सकेंगे।

5. खुद का स्टैंड लें

लव मैरिज के लिए घरवालों को मनाना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में घरवालों के डर से अपने लव मैरिज के फैसले के प्रति न मुकरें। दोनों साथी को मिलकर लव मैरिज के लिए अपने-अपने घरवालों को मनाना चाहिए। साथ ही यह लव मैरिज क्यों करनी हैं और इससे आपका भविष्य कैसे बेहतर हो सकता है, इस बारे में भी परिवार वालों को समझना चाहिए।

लव मैरिज असल में दो दिलों का बंधन होता है, जिसके जरिए दो परिवार मिलते हैं। अगर यह फैसला सोच समझकर लिया जाए तो सही है। वहीं अगर परिवार के खिलाफ जाकर इसका निर्णय लिया जाता है तो यह कई लोगों की जिंदगी तबाह कर सकता है। ऐसे में बेहतर होगा कि इस तरह का फैसला हमेशा परिवार की सहमति से ही लें और एक खुशहाल जिंदगी की शुरुआत करें।

References

  1. The significance of romantic love for marriage
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/9248826/
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