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किसी के भी दिल में जगह बनाने के लिए तारीफ एक बेहतरीन जरिया होता है। अक्सर लड़के इसकी कोशिश भी करते हैं, लेकिन नाकाम रह जाते हैं। वजह यह है कि वो लड़की की तारीफ के लिए सही शब्द नहीं ढूंढ पाता और न ही अपनी भावनाओं को सही से पेश कर पाते हैं। अगर आपके जहन में यह सवाल उठता है कि लड़की की तारीफ कैसे करें, तो यह लेख खास आपके लिए है। यहां शायरी के जरिए कॉम्प्लिमेंट्स फॉर गर्ल्स और लड़की की तारीफ करने का तरीका बताया गया है। लड़की की तारीफ में शायरी के साथ ही आप यहां लड़की की तारीफ में स्टेटस और मैसेज भी पढ़ सकते हैं।
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शुरुआत करते हैं लड़की की तारीफ शायरी इन हिंदी से।
Ladki Ki Tareef Kaise Kare : लड़की की तारीफ – बढ़ाएं प्यार और सम्मान | 100+ Ladki Ki Tareef Shayari In Hindi
बात जब लड़कियों की तारीफ की हो, तो उनकी खूबसूरती से लेकर हर एक अदा पर लाखों शायरियां लिखी गई हैं। इस लेख में हम ऐसी ही लड़की की तारीफ शायरी इन हिंदी का बेहतरीन कलेक्शन लेकर आए हैं, जिसका इस्तेमाल आप लड़की को कॉम्प्लिमेंट देने के लिए कर सकते हैं।
1. उसकी कातिल निगाहें दिल पर वार करती हैं,
लबों को सिए वो बातें हजार करती हैं।
2. उसकी खूबसूरती की तारीफ करने से डरते हैं,
कहीं समझ न ले वो इसे हमारी खता,
इसलिए इजहार-ए-मोहब्बत करने से डरते हैं।
3. चांद को भी शर्म आ जाए सामने उसके इतनी वो खूबसूरत हैं,
दिल है उसका कोमल और शर्मो हया की वो मूरत हैं।
4. उसकी खूबसूरती की क्या मिसाल दें,
सारी दुनिया उसकी दीवानी है,
उसके नाम से सजती हैं शाम-ए-महफिल,
इस बात से वो बिल्कुल अंजान है।
5. उसके चेहरे की चमक ही ऐसी थी कि सब कुछ सादा-सादा सा लगने लगा,
उसकी खूबसूरती में इस कदर खो गए कि फलक पर चांद भी अधूरा सा लगने लगा।
6. उसके चेहरे के तिल पर फिदा मेरा दिल है,
हंसती है तो जान ले लेती है,
इस दुनिया में वो सबसे खूबसूरत है।
7. देखते ही उनको फिदा हो जाएं, इतनी हसीन हैं वो,
न गहने न श्रृंगार, फिर भी वो बला की खूबसूरत है।
8. सोचा पन्नों पर उकेर दूं तारीफें उनकी,
फिर ये सोचकर हाथ थम गए कि
कहीं स्याही को भी उससे मोहब्बत न हो जाए।
9. उसकी तारीफ में शब्द कम पड़ने लगे, मासूमियत देखकर उनकी लोगों के दिल फिसलने लगे।
10. नाजुक फूलों के जैसा चेहरा है उनका,
खिलती कलियों सी लबों की मुस्कान,
उनकी तारीफों में शब्द भी पड़ जाएं कम,
दुनिया में सबसे खूबसूरत है हमारी जान।
11. आपकी दोस्ती नायाब है हमारे लिए,
उसे हम खोना नहीं चाहते,
मेरे प्यार को कहीं ठुकरा न दो आप,
इसलिए इजहार-ए-मोहब्बत करना नहीं चाहते।
आगे हैं प्रेजिंग अ गर्ल शायरी
12. सुरमे से लदी उनकी आंखें कत्ले आम करती हैं,
जिसे देख ले मुस्कुरा कर उसे अपना गुलाम बना लेती हैं।
13. तारीफ में उनकी निकले शब्दों को लोग शायरी समझ लेते हैं,
उनके इकरार का इंतजार है जिसे लोग हमारी दीवानगी समझ लेते हैं।
14. एक खूबसूरत सी परी को हम दिल दे बैठे,
मुझ बदनसीब के नसीब में कहां होगी वो,
बस यही सोचकर इजहार किए बिना हार बैठे।
15. ये उसके चेहरे का है नूर,
जो सामने उनके चांद भी लगता है बेनूर।
16. खूबसूरती के मायने क्या होते हैं, हमने कभी मापा नहीं,
जब से तुम आए हो जिंदगी में, हमारे लिए तुमसा हसीन कोई नहीं।
17. ये हवा जब उनके गालों को सहलाती है,
बेपरवाह सी जुल्फें चेहरे पर झूल जाती हैं,
बड़े ही प्यार से वो फिर मुस्कुराती है,
मोड़ के उन बालों को जूड़े में समेट लेती है,
उनकी यही अदा हमारी जान ले लेती है।
18. उसकी मासूम आंखें जब भी हमें देखती हैं,
खुदा कसम बार-बार उस पर मर मिटने को जी चाहता है।
19. मेरे कलम शब्दों में कहां बांध पाएंगे उसकी खूबसूरती को,
जब भी पन्नों पर स्याही बिखरती है उसका नाम ही लिख पाते हैं।
20. उसकी बातों में खो जाने को जी चाहता है,
जब भी होती है वो पास कसकर गले लगाने को जी चाहता है,
कैसे बताएं कितना चाहते हैं हम उसे,
एक जन्म क्या सौ जन्मों में भी दिल उसी का होना चाहता है।
21. इतनी खूबसूरत है वो कि हम खुद को रोक नहीं पाते,
जितना भी दूर जाना चाहें उसके और करीब पहुंच जाते।
22. कल रात ख्वाब में किसी ने बताया जो पता उसका,
नींद में उठ कर यूं ही चल पड़े थे हम।
23. कल रात भर चांद के सामने हमने अपने महबूब की तारीफें की,
आज रात वो भी चिढ़ कर बादलों में छिपा बैठा है।
पढ़ते रहें कॉम्प्लिमेंट फॉर वुमन शायरी
24. औरों को होगी जरूरत सजने संवरने की,
मेरा महबूब तो सादगी में ही कहर ढाता है।
25. उसकी बातें दीवाना बना देती है,
उसकी मुस्कान हर गम भुला देती है,
आंखों की मासूमियत के क्या कहने,
जिधर नजर भर देख ले उसे पाक कर देती है।
26. उसकी मदहोश आंखें देखकर हम खुद को संभाल नहीं पाते,
लाख कोशिशें करते हैं कि नाम न ले उसका,
लेकिन जिक्र जब भी छिड़े उनका,
तारीफें किए बिना रह नहीं पाते।
27. अपनी नजरों के असर से वो अंजान हैं,
जो मरने वाले को भी जीने की चाह सिखा देती है।
28. नींद से कर रहे थे शिकायत रात को कि क्यों जगाए रखते हो,
वो भी जलते हुए बोला कसूर उसके चेहरे का है बदनाम हमें कर रहे हो।
29. तारीफ उसकी जो करने लगा तो शब्द गुम हो गए,
लिखने के लिए कलम उठाया तो स्याही सूख गई।
30. बड़ी खूबसूरत है वो फूलों सी नाजुक है,
बड़े शौक से बनाया होगा खुदा ने उसे,
शायद इसलिए ही वो सबसे खूबसूरत है।
31. मेरी शायरी से सबको अपनी सी कहानी मिल गई,
दुख बस इतना है कि वो न मिली जिसके लिए ये लिखी गई थी।
32. उगते सूरज सा रोशन है चेहरा उनका,
जहां भी पड़े अंधेरा उसको दूर कर दे।
33. उनकी तारीफें सुनकर ये सितारे भी जलने लगे,
जब नहीं कर पाए उनके हुस्न का मुकाबला तो टूटकर बिखरने लगे।
34. उसकी मिसाल क्या दें ये संभव नहीं,
इस दुनिया में कोई हो नहीं सकता उन सा,
उनका इस जहां में कोई मुकाबला ही नहीं।
35. जब सुनाते हैं वो किस्से अपने, तो निगाहें चुपचाप उन्हें देखा करती हैं,
किसी से सुना था कि इबादत में कुछ भी कहने की मनाही होती है।
36. उनकी आंखों में कुछ तो खास है,
जब भी नजरें मिलाते हैं नशा सा छा जाता है।
37. उसके यूं शर्माने की अदा दिल में बस जाती है,
चांद की तरह मेरी पहुंच से दूर है वो
फिर भी दिल ने उसे पाने की जिद लगा रखी है।
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38. उसकी खूबसूरती को लोग चांद का टुकड़ा कहते हैं,
लेकिन सिर्फ हम जानते हैं वो चांद का नहीं चांद उनका टुकड़ा है।
39. सोचता हूं आपको प्यार का तोहफा क्या दूं,
जो पहुंचा दे मेरे दिल की बात ऐसा क्या दूं,
सोचा चांद को ही तोहफे में भेज दें आपके पास,
पर जो खुद चांद हो उसे चांद क्या दूं।
40. मेरी जिंदगी का हर सफर सुहाना बन जाए,
गर साथ तेरा सनम उम्र भर के लिए मिल जाए।
41. हुस्न की परिभाषा हमें मालूम नहीं,
बस इस दिल के लिए कोई तुमसा हसीन नहीं।
42. मेरी हर उलझनों का हल तुम हो,
दर्द जो उठे कभी सीने में दवा तुम हो,
तुम्हारे लिए हम भले कुछ न हों,
पर मेरे लिए तो सारा जहान तुम हो।
43. कल रात वो यूं ही टहलने निकले जो छत पर,
चांद भी शर्म के मारे बादलों में छिप गया।
44. किन शब्दों में करूं तारीफ तुम्हारी वो अल्फाज ही नहीं बने,
तुझे देखकर जाग जाते हैं सोये अरमान ये दिल क्या करे।
45. उसकी मासूम निगाहें दिल में घर कर जाती हैं,
एक पल को भी भूल पाना उन्हें मुमकिन नहीं,
जहां भी देखूं हर चेहरे में बस वो ही नजर आती है।
46. वो जब भी संवर कर हमारे सामने आए,
पलकें झपकना भूल गईं, दिल ने साथ देना छोड़ दिया।
47. उनके चेहरे का ये काला तिल हुस्न पर पहरा देता है,
दुनिया की आंखें कहीं दाग न लगा दे इस पर,
इसलिए नजर का टीका बन जाता है।
48. अपनी मदहोश निगाहों से वो हमारे दिल को हलाल करते हैं,
गुनहगार तो वो हैं हमारे, सब कुछ जानते हुए भी मोहब्बत से इनकार करते हैं।
49. उनके हुस्न के आफताब को कैसे बयां करें ए-दोस्त,
उनके बन ठनकर निकलने से सौ चिराग रोशन हो उठते हैं।
50. तेरी खूबसूरती के सामने वो चांद भी फीका सा लगता है,
तेरा हुस्न जैसे चौधवी का नूर और फलक पर वो चांद आधा सा लगता है।
51. खुदा ने मेरे महबूब को संगमरमर की मूरत सा बनाया है,
खूबसूरत तो बहुत हैं वो मगर दिल पत्थर का बनाया है।
52. उसकी सूरत से इश्क नहीं हमें,
हम तो उसकी सीरत से मोहब्बत करते हैं,
कितनी अनमोल हैं वो हमारे लिए,
इस बात से अनजान वो भी इकतरफा तड़पते हैं।
53. वो आसपास हों तो एक अलग सी खुशबू हवा में घुल जाती है,
हम चाहकर भी उनसे दूर नहीं रह पाते,
उनकी निगाहें, न जाने ऐसा कौन सा जादू चलाती हैं।
54. अपनी इन खुली जुल्फों को हवाओं में छोड़ दो,
मेरी मोहब्बत को ये दिशा देती है, इसे यूं न कैद करो।
55. हुस्न की नुमाइश करने वाले बस आंखों को भाते हैं,
दिल तो अक्सर सादगी से जीने वाले जीत जाते हैं।
56. उनके चेहरे का अक्स नजर आता है हमारी आंखों में,
ये देखकर लोग अब हमारी आंखों से भी जलने लगे हैं।
57. मेरे लफ्ज बयां करते हैं जिस चेहरे की खूबसूरती,
वो महबूब मेरा शायरियों में उतर आया है।
58. उनकी जुल्फें चेहरे पर कर लेती हैं पर्दा इस तरह,
काली रात में बादलों ने चांद को छिपा लिया हो जिस तरह।
59. वो आइना भी क्या दे पाएगा आपके हुस्न की गवाही,
हमारी नजरों से पूछो, जो देखते ही आप पर मर मिटे हैं।
60. उन्हें देखते ही सब होश खो बैठते थे,
शायद इसलिए ही मेरे महबूब ने पर्दे को चुना है।
61. कहीं मेरी ही नजर ना लग जाए सनम को,
यही सोच कर उन्हें नजर भर देखते नहीं।
62. उनका आंचल जो सिर से ढलका,
बादलों सी घनी जुल्फें आजाद हो गईं,
हम होश संभालने ही वाले थे,
उनकी कातिल मुस्कान दिल ले गई।
63. अपने सनम को चांद कहें तो वो घटता बढ़ता रहता है,
सूरज कहें तो शाम होते ही ढल जाता है,
उसके होंठों को गुलाब बताऊं तो वो भी मुरझा जाती हैं,
शायद जहां में उसकी तारीफ करने के काबिल कुछ बना ही नहीं।
64. उसकी तारीफ में लिखने बैठूं तो शब्द कम पड़ जाएं,
उसके हुस्न की तपिश से पानी में भी आग लग जाए।
पढ़िए हिंदी कॉम्प्लिमेंट्स फॉर अ गर्ल
65. वो अचानक सामने यूं आए तो हम रास्ता भूल गए,
उनका साथ ही मंजिल तक पहुंचाएगा,
ये सोच हम उनके पीछे-पीछे भटकते रहे।
66. ए-सनम अगर तेरा ये हुस्न कुछ कम भी होता,
तो भी तुझसे खूबसूरत जहान में कोई नहीं होता।
67. मेरे दिल को सुकून और आंखों को चैन मिल जाए,
गर बनके दुल्हन सनम मेरी जिंदगी में आ जाए।
68. एक तो ये हुस्न ऊपर से आपकी अदाएं,
कत्ले आम हो गया जो वो देख कर मुस्कुराए।
69. तेरी तारीफ में क्या लिखूं ए-सनम,
तुम्हारी अदाएं देखकर मेरे अल्फाज गुम हो जाते हैं।
70. हमें तो उनकी सादगी से मोहब्बत हो गई,
लोग उनके हुस्न के दीवाने हुए फिरते हैं।
71. उनकी तारीफ करने की हमारी क्या मजाल,
जिनके हुस्न की कसीदे रातभर चांद पढ़ता है।
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72. उनकी खूबसूरती पर गजलें लिखना चाहते थे,
पर जब भी वो सामने आए शब्द शायरी तक सिमट कर रह गए।
73. उनके हुस्न को किसी पर्दे की जरूरत नहीं,
उन्हें देखने के बाद वैसे भी होश में कहां रहता है कोई।
74. साज शृंगार की उन्हें क्या जरूरत,
वो हंसकर शरमा दें, तो सबसे हसीन लगती हैं।
75. वो जब भी लब खोलते हैं लफ्ज फूल बन बरसते हैं।
76. हुस्न से उनकी हमें कभी मोहब्बत न थी,
वो तो बस उनका मुस्कुराना हमारा दिल चीरकर ले गया।
77. चांद सा चेहरा उनका, बादलों सी घनी जुल्फें, जिनमें खोकर हम उनके हो गए।
78. शर्मो हया जिसका गहना है उसे बनावटी खूबसूरती की क्या जरूरत।
79. उनकी मुस्कान ने न जाने कितनों को दिवाना बनाया है,
खुशनसीब हैं हम जो उनका दिल हम पर आया है।
80. हाथ थाम कर भरे बाजार जब वो साथ हमारे चलते हैं,
हमें देखकर न जाने कितने लोगों के दिल जलते हैं।
81. माना तेरी खूबसूरती के दीवाने होंगे हजारों लोग,
पर हम सा आशिक तुम्हें ढूंढने पर भी न मिलेगा।
82. मेरा इश्क उसके लिए एक सवाल था और उसकी मोहब्बत मेरे हर सवालों का जवाब।
83. मेरी हसरतों ने अब मकसद बदल लिया है अपना,
जब से शिद्दत-ए मोहब्बत सनम से हुई है।
84. तेरे हुस्न ने हमारे होश फाख्ता कर दिए,
वरना बंदे तो हम भी काम के हुआ करते थे।
85. हमें तुम जैसा कोई नहीं सिर्फ तू चाहिए।
86. वो गुस्सा होती है तो और भी हसीन लगती है,
उसकी खूबसूरती के कायल हम हर बार खता कर देते हैं।
87. एक ही झलक में दिल में घर कर जाए ऐसी सूरत है उनकी,
जिससे भी मिले पल में अपना बना ले ऐसी सीरत है उनकी।
88. अपने चेहरे का आफताब वो नकाब से छिपाए रखते हैं,
दिल की जुबां समझ लेंगे हम ये जान वो आंखों से बातें किया करते हैं।
89. उसके हुस्न की हर अदा बेमिसाल है,
उसकी जुल्फें बादल और चेहरा चांद है।
90. न जाने कौन सी जुबां बोल जाती हैं ये उनकी आंखें,
न हम इजहार कर पाते हैं और न ही इनकार।
91. शब्दों से आज लड़ाई हो गई मेरी,
तेरी तारीफ के चक्कर में,
वो एहसासों को समझ नहीं पाई,
हम लफ्जों में बता नहीं पाए।
92. वो माथे की बिंदिया वो आंखों का काजल,
वो कानों के झुमके वो पायल की छनक,
वो गालों का तिल वो बेपरवाह सी जुल्फें,
उनकी खूबसूरती को चार चांद लगा देती हैं।
93. आज उनकी खूबसूरती का साक्षात्कार हुआ तो पता लगा उनके हुस्न के आगे वो लफ्जों की तारीफें खोखली हैं।
94. तेरी खूबसूरती को लफ्जों में बांध सकूं इतनी मेरी औकात नहीं,
मेरी मोहब्बत पाक साफ है तेरे लिए उसे झुठलाने की हिम्मत मुझ में नहीं।
95. कभी तन्हाई में अपनी तस्वीर देख लेना,
खुदा कसम आपको भी खुद से मोहब्बत न हो जाए तो कहना।
96. मुझ पर इल्जाम हर बार लगा देते हैं मोहब्बत का,
अपनी खूबसूरती के गुनाह से अब तक अनजान हैं वो।
97. उनके बिना रह पाना अब नामुमकिन सा लगता है,
वो बन गए हैं मोहब्बत हमारी ऐसा लगता है।
98. मेरी आंखों में बसी है तस्वीर उनकी,
जिसे दिन रात निहार लिया करते हैं,
कहीं उन्हें भनक लग जाए मेरी दीवानगी की,
इसलिए सामने वो आए तो नजरें चुरा लेते हैं।
99. इन आंखों ने भी बड़ी अजीब सी हसरत पाल ली है,
हर रोज करना है इसे दीदार तेरा, जिद ये ठान ली है।
100. अपने होठों पर गुलाब सी लाली छिड़क कर वो और भी हसीन बन गए।
101. बड़ी अजीब सी कशिश है उसकी निगाहों में,
कमबख्त जो भी देखता है उसी का हो जाता है।
लड़कियों को तारीफ पसंद होती है, ये बात बिल्कुल सच है। लेकिन, वो तारीफें सच्ची हों, तो ही दिल तक असर करती हैं। अगर आप अभी लड़की की तारीफ कैसे करें, ये सोच कर परेशान हैं, तो आप सीधे जाकर उनसे अपने दिल की बात कह दें। बस इस बात का ध्यान रखें की लड़की की तारीफ करते हुए उसके मान-सम्मान को ठेस न पहुंचे। ऐसे में आप इस लेख में दिए गए लड़की की तारीफ करने वाले कॉम्प्लिमेंट्स फॉर गर्ल्स उन्हें भेज सकते हैं। इन कॉम्पलिमेंट्स को पाकर हर लड़की को बेहद अच्छा एहसास होगा, क्योंकि यहां लड़की के चेहरे की ही नहीं, बल्कि उसके मन की खूबसूरती की भी तारीफ की गई है।