Written by , (एमए इन मास कम्युनिकेशन)

शब्दों की ही नहीं, बल्कि खामोशी की भी अपनी ही जुबां होती है। कभी खामोशी नाराजगी जाहिर करती है, तो कभी दुख। कभी-कभी इसी खामोशी में ढेर सारा प्यार भी छुपा होता है। जब कोई खास और खूब बोलने वाला इंसान खामोश-सा रहने लगे, तो ये बात खटकती भी बहुत है। ऐसे में उस अजीज शख्स की खामोशी की वजह पूछना तो बनता ही है। इसमें आपकी मदद करने के लिए हम लाए हैं खामोशी पर शायरी का एकदम बढ़िया कलेक्शन।

नीचे पढ़ें खामोशी शायरी

चलिए, लेख में आगे बढ़ते हुए सीधे खामोशी पर शायरी पढ़ते हैं।

खामोशी पर शायरी | Khamoshi Quotes in Hindi | ख़ामोशी शायरी | khamoshi shayari

लोगों की खामोशी बहुत कुछ कहती है। बस जरूरत होती है, तो उन्हें सही से समझने की। लोगों को अपनी खामोशी समझाने और लोगों की खामोशी की वजह जानने के लिए आप इन खामोशी शायरी का सहारा ले सकते हैं।

  1. तुम्हारी खामोशी मुझे सता रही है,
    मेरी दिल की बेचैनी को बढ़ा रही है,
    तुम्हें क्या हुआ है मुझे ये नहीं पता,
    क्या मैंने की है कोई खता,
    जिसकी खामोश रहकर दे रही हो मुझे सजा।
  2. खामोश हो गई है,
    मुंह फेर कर सो गई है,
    क्या मैंने कोई गलती की है,
    जिसकी मुझे खबर नहीं है।
  3. खामोशी की वजह जानना जरूरी है,
    उसके बिना दुनिया मेरी अधूरी है,
    मुझे उसे हर हाल में मानना है,
    क्योंकि जिंदा रहने के लिए वो जरूरी है।
  4. वो बोलते हुए अच्छी लगती है,
    खामोशी उसपर नहीं जचती है,
    उसे देखकर दिल खुश हो जाता है,
    जब वो खिलखिला कर हंसती है।
  5. लोगों की परवाह नहीं,
    तेरी खामोशी का डर है,
    तू ही मेरी दुनिया है,
    तू ही मेरा घर है।
  6. दिल ने ठानी है तुम्हें मानाने की,इसे परवाह नहीं है जमाने की,
    तेरी खामोशी मुझसे सही नहीं जाती है,
    ये तुझे पता है मुझे जरूरत नहीं बताने की।
  7. अपने दिल के जज्बात को छुपा नहीं सकता,
    तुझे जानकर कभी रूला नहीं सकता,
    अनजाने में हुई गलती को माफ कर दो,
    तेरी खामोशी को मैं सह नहीं सकता।
  8. तुझे पाने के लिए दिल जिद करता है,
    पर तेरी खामोशी से ये दिल डरता है,
    तू मेरे लिए बहुत ज्यादा खास है,
    इसलिए तेरी परवाह करता है।
  9. क्या उसे खबर नहीं हुई मेरे आने की,
    या उन्होंने नहीं सोची मुझे मनाने की,
    मुझे तो परवाह नहीं थी जमाने की,
    फिर क्यों पढ़ गई जरूरत खामोशी छुपाने की।
  10. उदास रहता है मन मेरा,
    बदल गया है जीवन मेरा,
    जब से वो खामोश हुई है,
    तब से रूठ गया है दिल मेरा।
  1. उसकी जुबान खामोश है,
    पर दिल में बेचैनी है,
    उसके रूठ जाने की,
    वजह मुझे पता नहीं है।
  2. प्यार में खामोशी जरूरी होती है,
    कभी-कभी दोनों में दूरी जरूरी होती है,
    इससे ही तो विश्वास बढ़ता है,
    प्यार है तभी तो प्रेमी लड़ता है।
  3. उसकी कई बात चुभती है तीर की तरह,
    पर चुप रहती हूं मैं बेजान तस्वीर की तरह।
  4. मेरी खामोशी को मजबूरी न समझना,
    खामोशी दूरी बढ़ाती है, ये याद रखना,
    प्यार करती हूं, इसलिए तू मुझे सताती है,
    क्यों तू बिल्कुल भी प्यार नहीं जताती है।
  5. वैसे खामोश है हम दोनों की जुबान,
    पर बात करने के खूब हैं अरमान,
    तुम्हें बखूबी पता है कि मैं तुम्हें चाहता हूं
    फिर भी तुम हमेशा बनती हो अनजान।
    पढ़ते रहें खामोशी शायरी
  6. तुमसे दिल की बात कहनी है,
    तेरे साथ ही मुझे जिंदगी बितानी है,
    अब खामोश न रहो तुम,
    दिल की बात तुम्हें भी कहनी है।
  7. आंखों ने आंखों से बात कही,
    दोनों की जुबां चुप रही,
    अब तो खामोश न रहो तुम,
    दिल की बातें बोल दो तुम।
  8. तुझसे गुफ्तगू करने तेरे शहर आए,
    तुझे हम एकदम खामोश न देख पाए,
    तुम्हारी खामोशी की वजह भी न जान पाए,
    तुमसे कितनी मोहब्बत है कैसे बताएं।
  9. हमने अब आपसे बोलना छोड़ दिया है,
    आपके सामने मुंह खोलना छोड़ दिया है,
    आपको तो हमारी खामोशी अच्छी लगती है,
    इसलिए आपके सामने चुप रहना सीख लिया है।
  10. दोस्त किस बात पर खामोश है,
    किस बात पर ये आक्रोश है,
    मैंने आपका दिल नहीं दुखाया,
    फिर इसमें मेरा क्या दोष है।
  11. चेहरे पर मुस्कान जचती है,
    खामोशी तुम पर नहीं फबती है,
    तुमसे बातें करने का जब मन करता है,
    दिल खुद को बिल्कुल रोक नहीं पाता है।
  12. चेहरे से मायूस लग रही,
    जुबां से खामोश लग रही,
    कहीं इसकी वजह मैं तो नहीं।
  13. अकेले में आंसू बहा लेता हूं,
    रूठे दिल को मना लेता हूं,
    तुम्हें तो परवाह नहीं मेरी,
    इसलिए मैं खुद को समझा लेता हूं।
  14. हर वक्त दोस्तों ने खूब हंसाया,
    जब दोस्तों से मिलकर घर आया,
    तब अकेलापान ने मुझे फिर सताया,
    हंसते चेहरे पर खामोशी का ढेरा छाया।
  15. खामोशी में दिन बीतता है,
    ज्यादा बोलना छोड़ दिया है,
    उन्होंने मुझे दर्द दिया है,
    इसलिए मैंने मुंह मोड़ लिया है।
Khamoshi Shayari -2
Image: Shutterstock
  1. तुम खामोश हो पर तुम्हारा दिल बोल रहा है,
    तुम्हारे खामोश होने का हर राज खोल रहा है।
  2. अक्सर खामोश बैठकर गुनगुनाते हैं,
    फिर तेरे ही ख्यालों में खो जाते हैं,
    तब तुम्हारे साथ बिताए लम्हें याद आते हैं
    जिसकी वजह से आंखों में आंसू आ जाते हैं।
  3. तुम्हें भुलाने का प्रयास किया है,
    अपने ही आंसूओं को खूब पिया है,
    पहले मेरी जुबां रुकती नहीं थी,
    इन्हें खामोश तुमने किया है।
  4. घर के हालात देख खामोश हो जाता हूं,
    घर में सबको खुश रखना चाहता हूं,
    पर अक्सर इस काम में फेल हो जाता हूं
    इस बात को मैं बिल्कुल सह नहीं पाता हूं।
  5. याद उनकी सताती है,
    मुझे बहुत रुलाती है,
    हंसते हुए चेहरे पर,
    खामोशी ले आती है।
    नीचे है शायरी खामोशी पर
  6. तुझे भूल नहीं सकता,
    दूर नहीं हो सकता,
    तेरी खामोशी देखकर
    चैन से नहीं रह सकता।
  7. तुमसे मिलने शहर में आया,
    साथ में तेरे लिए तोहफा लाया,
    फिर भी खामोश हो तुम
    ऐसा क्यों है, ये मुझे समझ नहीं आया।
  8. कभी दिल नहीं दुखाया,
    कभी उसे नहीं रुलाया,
    फिर भी आज उसके चेहरे पर,
    खामोशी का ही है साया छाया।
  9. प्यार है तू मेरी, मुस्कुरा दे, न कर देरी,
    तेरी खामोशी जान ले रही है मेरी।
  10. तेरी जुल्फों से सुकून मिलता है,
    तेरे साथ दिल खुश रहता है,
    जब तू खामोश हो जाती है,
    तुम्हारी खामोशी दिल नहीं सह पाता है।
  11. दिल की बात कैसे समझाऊं,
    तेरी खामोशी कैसे मिटाऊं।
  12. किसी के अच्छे काम में उसका साथ दें,
    कोई गिर गया है, तो उठाने के लिए हाथ दें,
    इंसानियत को बनाए रखें,
    खामोश रहकर उसे दूर न करें।
  13. अच्छाई ढूंढ लेता हूं बुरे लोगों में,
    किसी को नहीं रखता हूं मैं धोखे में,
    जो भी होता है दिल में बात कह देता हूं,
    अपनी जुबां को नहीं रखता खामोश मैं।
  14. प्यार की शुरुआत तब होती है,
    जब आंखों-ही-आंखों में बात होती है,
    दोनों ही बात समझ लेते हैं,
    जबकि दोनों की जुबां खामोश होती है।
    अभी और है खामोशी पर शायरी
  15. प्यार की शुरुआत बातों से होती है,
    फिर दोनों के बीच खामोशी होती है,
    ऐसे ही प्यार का रिश्ता चलता है,
    नोकझोंक से ही तो प्यार बढ़ता है।
Khamoshi Shayari -2
Image: Shutterstock
  1. आंखों से बात करना कोई उनसे सीखे,
    खामोश रहकर भी बातें करना उनसे सीखे।
  2. जब-जब उनकी याद आती है,
    तब जुबां खामोश हो जाती है,
    अगर बात करने लगूं,
    तो आंखें मेरी भर जाती हैं।
  3. मेरे ख्यालों में वो रहती है,
    मुझे अपना वो कहती है,
    फिर भी कभी-कभी,
    वो खामोश रहती है।
  4. मैं उसपर बहुत प्यार जताता हूं,
    हर किसी को उसे अपना बताता हूं,
    तुम्हें खोने से दिल डरता है,
    इसलिए अक्सर खामोश हो जाता हूं।
  5. कुछ न कहकर भी बोल जाते हो,
    दिल का हर राज खोल जाते हो,
    तेरे पर खामोशी अच्छी नहीं लगती,
    फिर भी अक्सर खामोश हो जाते हो।
  6. जब भी अकेले होता हूं तेरी याद आती है,
    तब मेरे दिल को बेचैनी बहुत सताती है,
    वो पल गम में बितता है मेरा,
    फिर जुबां खामोश हो जाती है।
  7. प्यार में बहुत कुछ सहना पड़ता है,
    कभी-कभी खामोश रहना पड़ता है।
  8. मैं जब भीतर से टूट जाता हूं,
    तब कुछ सह नहीं पाता हूं,
    फिर हंसते-हंसते ​खामोश हो जाता हूं।
  9. उनकी निगाहें बहुत कुछ कहती है,
    पर जुबां अक्सर खामोश रहती है।
  10. बिना कहे ही सब कुछ सुन लो, जुबां खामोश रहती है
    आंखों में देखकर सब पढ़ लो, ये बहुत कुछ कहती है।
  11. उसकी खामोशी में कुछ बात है,
    दिल में बहुत आवाज है,
    बाहर से चुप है वो,
    पर दिल में छुपी कई बात है।
  12. दिल की बात आंखें कह रही,
    उनकी यादों में बह रही,
    वो बिल्कुल खामोश है
    क्या उनकी धड़कन कुछ नहीं कह रही।
  13. बेपनाह प्यार है तुमसे,
    जीवन निसार है तुमपे,
    खामोश न रहो न तुम,
    ये सांसें चलती है तुमसे।
  14. सन्नाटा है दोनों के बीच में,
    बहुत प्यार है दोनों के बीचे में
    फिर भी खामोशी है दोनों के बीच में।
  15. सांसें शोर मचा रही है,
    जुबां बिल्कुल खामोश है,
    दोनों के बीच की लड़ाई में
    न जाने किसका दोष है।
  16. गौर से सुनेगा तो एक शोर सुनाई देगा,
    खामोश जुबां से कुछ और सुनाई देगा।
  17. खामोश होना इनकार नहीं होता,
    किसी का जीवन बेकार नहीं होता,
    मिल जाएगी कामयाबी एक दिन,
    बिना मेहनत के सपना साकार नहीं होता।
  18. नाकामयाबी पर रोना नहीं,
    खामोश कभी होना नहीं,
    चेहरे पर हमेशा हंसी रखना,
    कभी दुखी होना नहीं।
  19. खामोशी तुम समझती नहीं,
    मेरी बेबसी समझती नहीं,
    मुझे लड़ने का शौक नहीं है
    प्यार से तुम भी लड़ती नहीं।
  20. मेरी दास्तान सुनकर खामोश हो जाओगे,
    मेरे लिए तुम भी अफसोस मनाओगे,
    बहुत दर्द सहा है मैंने मोहब्बत में,
    मेरी तरह कहां तुम प्यार कर पाओगे।
  21. अपने गम को बयां नहीं कर सकता,
    तेरी खामोशी से लड़ नहीं सकता,
    तू बिना बोले ही जीत जाती है मुझसे,
    क्योंकि किसी को चाहा नहीं है मैंने ज्यादा तुझसे।
  22. तुम मेरी खामोशी को समझ जाओ,
    मेरी बेचैनी को और न बढ़ाओ,
    मैं तुमसे नाराज हूं,
    तुम मुझे आकर मनाओ।
  23. प्यार की जुबान खामोश होती है,
    फिर भी सब कुछ बोल देती है।
  24. खामोश जुबान भी बहुत कुछ बोल देती है,
    बस इसे समझने की जरूरत होती है।
  25. हर शाम खामोश हो जाती हो,
    किसी यादों में खो जाती हो,
    कौन है वो, जिसने तुम्हें दर्द दिया है,
    जो कभी भी मुझे बता नहीं पाती हो।
  26. रात में नींद नहीं आती है,
    दिन में चैन नहीं आता है,
    वो खामोश होती है,
    तो दिल रूठ जाता है।

सामने वाले को खामोश देखकर खुद भी चुप बैठे रहने से मसले का हल नहीं होता। ऐसे में आप बिना कुछ बोले उनसे मैसेज के जरिए खामोशी की वजह पूछ सकते हैं। इसके लिए लेख में मौजूद खामोशी पर शायरी और खामोशी कोट्स पढ़ें। यहां हर तरह की परिस्थिति और रिश्ते पर खामोशी कोट्स लिखे गए हैं और वो भी खास आपके लिए।

Was this article helpful?
thumbsupthumbsdown

Community Experiences

Join the conversation and become a part of our vibrant community! Share your stories, experiences, and insights to connect with like-minded individuals. Let our readers get your unique perspectives and do better together! Read our Comment Policy to know about the guidelines.

Aviriti Gautam
Aviriti Gautamलाइफस्टाइल राइटर
.

Read full bio of Aviriti Gautam