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दादी-नानी को अक्सर आपने एक पुरानी कहावत कहते सुना होगा कि, “सुबह का नाश्ता राजा की तरह, दोपहर का खाना राजकुमार की तरह और रात का खाना फकीर की तरह खाना चाहिए।” दरअसल, रात भर सोने के बाद सुबह दिनभर तरोताजा रहने के लिए हमारे शरीर को कुछ स्वादिष्ट और पौष्टिक नाश्ते की जरूरत होती है। सुबह का हेल्दी नाश्ता दिन के बीच में बार-बार होने वाली शारीरिक कमजोरी और भूख लगने की आदत से बचा सकता है। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज इस लेख में हम आपको सुबह का हेल्दी नाश्ता व फटाफट नाश्ता बनाने से जुड़ी कुछ खास रेसिपीज बता रहे हैं। तो यहां आप न सिर्फ 15 ब्रेकफास्ट रेसिपीज पढ़ेंगे, बल्कि उन्हें बनाने का तरीका भी जानेंगे।
तो शुरू करें पढ़ना
दुनिया का सबसे अच्छा नाश्ता जानने से पहले, सुबह का हेल्दी नाश्ता बनाने की योजना को समझें।
सुबह का हेल्दी नाश्ता बनाने की योजना कैसे बनाएं – How to Plan Morning Breakfast In Hindi
सुबह हर किसी को थोड़ी जल्दी होती है। किसी को ऑफिस जाने की, तो किसी को स्कूल और कॉलेज। ऐसे में कम समय में सुबह का हेल्दी नाश्ता बनाने में मुश्किल हो सकती है। इसलिए, यहां हम कुछ टिप्स दे रहे हैं, जो सुबह का हेल्दी नाश्ता बनाने में उपयोगी हो सकते हैं।
- अगर सुबह फटाफट नाश्ता तैयार करना है, तो यह रात में ही विचार कर लें कि सुबह का हेल्दी नाश्ता क्या होगा।
- नाश्ते का मेन्यू अपने और अपने परिवार की स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए तय करें।
- हर दिन के लिए एक-एक मेन्यू डिसाइड करके रखें।
- इसके बाद नाश्ते में इस्तेमाल होने वाली सारी सामग्रियों की जांच करें कि वो किचन में उपलब्ध हैं या नहीं।
- अगर कोई सामग्री कम है या नहीं है, तो उसकी जगह पर किसी वैकल्पिक सामग्री का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- अगर सुबह के नाश्ते में कोई सब्जी इस्तेमाल करना है, तो उस सब्जी को रात में ही धोकर काट लें और उसे फ्रिज में स्टोर कर दें।
- सब्जी के साथ रोटी-पराठे का आंटा रात में हीं गूंदकर फ्रिज में स्टोर कर लें।
- ऐसा करने से सुबह आपको उठकर सिर्फ उसे एक बार धोकर, उसमें मसाले और अन्य सामग्रियां मिलाकर तैयार ही करनी होगी।
- इसके बाद आप बड़ों और बच्चों के लिए सुबह का हेल्दी नाश्ता फटाफट बना सकती हैं।
- ध्यान रखें प्याज जैसी तेज गंध वाली सब्जियां पहले से ही काटकर स्टोर न करें। इन्हें हमेशा ब्रेकफास्ट बनाते समय ही काटें और इस्तेमाल करें।
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फटाफट नाश्ता बनाने की योजना जानने के बाद, आगे पढ़ें ब्रेकफास्ट रेसिपीज इन हिंदी।
15 हेल्दी ब्रेकफास्ट – सुबह का नाश्ता: 15 Healthiest Breakfast From States Of India
सुबह का हेल्दी नाश्ता बनाने के लिए इस भाग में आप आयल फ्री ब्रेकफास्ट रेसिपीज इन हिंदी से लेकर झटपट बनने वाले लजीज पकवान के बारे में भी पढ़ेंगे। यहां बड़ों से लेकर बच्चों के लिए सुबह का हेल्दी नाश्ता बनाने के लिए 15 स्वादिष्ट रेसिपीज की जानकारी दी गई है। बताई गई रेसिपीज विभिन्न क्षत्रों जैसे – यूपी, महाराष्ट्र, गुजरात, कश्मीर और मध्य प्रदेश की संस्कृति से जुड़े हैं। तो पढ़ें फटाफट नाश्ता बनाने की हेल्दी रेसिपीज।
1. नून चाय के साथ गिरदा रोटी, कश्मीर
अगर ब्लैक टी, ग्रीन टी या मिल्क टी से हटकर कुछ अलग ट्राई करना चाहते हैं, तो कश्मीरी स्टाइल का यह नून चाय रेसिपी सुबह का हेल्दी नाश्ता हो सकता है। इस नून चाय का स्वाद और भी बढ़ाने के लिए इसके साथ गिरदा रोटी भी सर्व कर सकते हैं। कश्मीरी नून चाय की खास बात है कि इसे बनाने के लिए ग्रीन टी और बेकिंग सोडा का इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं, इसे ऑयल फ्री ब्रेकफास्ट रेसिपीज इन हिंदी में भी शामिल कर सकते हैं।
नून चाय के लिए सामग्री:
- 4 चम्मच ग्रीन टी
- चुटकीभर बेकिंग सोडा
- आधा छोटा चम्मच नमक
- 2 इलाइची या चुटकीभर इलायची पाउडर
- 2 कप दूध
- 2 कप पानी
गिरदा रोटी के लिए सामग्री:
- 3 कप मैदा या इसके स्थान पर गेंहूं का आटा
- 1 चम्मच इंस्टेंट यीस्ट (बाजार व ऑनलाइन उपलब्ध)
- घी आवश्यकतानुसार
- आधा कप गुनगुना पानी
- 1 चम्मच दही
- चुटकीभर नमक
- आधा चम्मच चीनी
- चुटकीभर बेकिंग सोडा
- आधा छोटा कप दूध
नून चाय बनाने की विधि:
- एक पैन में पानी डालकर उसे उबाल लें।
- उबाल आने पर इसमें ग्रीन टी डालें और 1 मिनट तक और उबालें।
- फिर इसमें बेकिंग सोडा मिलाएं।
- इसे अच्छे से मिलाने के बाद इसमें इलायची पाउडर डालें।
- जब चाय का रंग बदलने लगे और इलायची की खुशबू आने लगे, तो आंच धीमी कर इसमें दूध मिलाएं।
- ध्यान रहे दूध डालने के बाद उसे मिलाते रहें।
- दूध मिलाने पर चाय का रंग गुलाबी हो सकता है।
- जब इसमें उबाल आए, तो इसमें नमक मिलाएं।
- अब गैस बंद कर दें और चाय को पीने के लिए कप में छान लें।
गिरदा रोटी बनाने की विधि:
- एक बाउल में मैदा या आटा, बेकिंग सोडा, चीनी और नमक को डालकर अच्छे से मिलाएं।
- डिश को हेल्दी बनाने के लिए चाहें तो मैदा और आटा समान मात्रा में ले सकते हैं।
- फिर इसमें दही और घी मिलाकर नर्म आंटा गूंद लें।
- इसके बाद यीस्ट वाला पानी इसमें मिलाएं।
- चाहें तो सभी सामग्रियों को मिलाते वक्त ही यीस्ट वाला पानी इसमें मिला सकते हैं और गूंद सकते हैं।
- जब गूंथा हुआ आटा तैयार हो जाए, तो उसे कुछ देर के लिए ढककर रख दें, ताकि आटा फूल जाए।
- फिर फूले हुए आटे को एक बार और गूंद लें और उसकी लोई बनाकर रोटियां बनाएं।
- अब गैस पर तवा चढ़ाएं और तवा गर्म होने के बाद रोटियों के भूरा होने तक सेंके।
- इसके बाद रोटियों के दोनो तरफ हल्का दूध लगाकर सेंक लें।
- तैयार है कश्मीरी गिरदा रोटी, इसे नून चाय के साथ सुबह के नाश्ते में शामिल करें।
2. खमण या खमन ढोकला, गुजरात

खमन या खमण ढोकला प्रसिद्ध गुजराती फूड है। इसे सुबह चाय के साथ नाश्ते में शामिल करके लोग बड़े चाव से खाते हैं। अगर फटाफट नाश्ता बनाने की रेसिपी ढूंढ रहे हैं, तो यह गुजराती ढोकला एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसे कैसे बना सकते हैं, इसकी स्टेप बाय स्टेप विधि हमने नीचे बताई है।
खमन ढोकला के लिए सामग्री:
- 1 कप बेसन
- 2 चम्मच सूजी
- 1 चम्मच रिफाइंड तेल
- 1 चम्मच नींबू का रस
- 1 बड़ा चम्मच दही
- आधा चम्मच चीनी
- नमक स्वादानुसार
- चुटकीभर हल्दी पाउडर
- पानी आवश्यकतानुसार
- आधा छोटा चम्मच बेकिंग पाउडर
- 1 हरी मिर्च और आधा चम्मच कद्दूकस किया हुआ अदरक
- गर्म पानी, आवश्यकतानुसार
तड़के के लिए सामग्री:
- 1 चम्मच नारियल तेल या कोई भी कुकिंग ऑयल
- आधा छोटा चम्मच सरसों के बीज यानी राई
- 1 चम्मच नींबू का रस
- 1 चम्मच चीनी
- नमक स्वादानुसार
- 4 से 5 लंबी कटी हुए हरी मिर्च
- 8-10 करी पत्ते
बनाने की विधि:
- एक कटोरे में बेसन और सूजी मिलाएं।
- फिर इसमें दही मिलाकर इसे अच्छे से फेंट लें। ध्यान रहे इसमें गांठ न हो।
- इसके बाद आवश्यकतानुसार इसमें थोड़ा-थोड़ा करके पानी मिलाएं और इसका गाढ़ा घोल तैयार करें।
- जब घोल अच्छी तरह से तैयार हो जाए, फिर इसमें हल्दी, नमक, चीनी, मिर्च, अदरक, नींबू का रस और कुकिंग ऑयल मिलाएं।
- बैटर बनने के बाद इसे 15 मिनट के लिए ढक कर रख दें।
- इस बीच जिसमें ढोकला पकाना है, उस प्लेट में तेल लगाकर उसे अच्छे से चिकना करें, ताकि बैटर चिपके नहीं।
- अब कुकर या कड़ाही लें और उसमें दो से तीन गिलास पानी डालें।
- फिर उसमें एक स्टैंड रखें, ध्यान रहे स्टैंड पानी में डूबना नहीं चाहिए।
- पानी को गैस पर उबाल आने के लिए रख दें।
- जब पानी में उबाल आने लगे तो बैटर को लें और इसमें बेकिंग सोडा मिला लें।
- अगर बेकिंग सोडा नहीं है तो आप इसमें ईनो पाउडर भी डाल सकते हैं।
- अब जिस प्लेट को तेल लगाकर ग्रीस किया था उसमें ये बैटर डालकर फैला दें।
- ध्यान रहे बर्तन में बैटर को ऊपर तक न भरें, बल्कि थोड़ी जगह खाली छोड़ें, क्योंकि ढोकला बनने के बाद फूलकर बर्तन के ऊपर तक आएगा।
- अब जिस कड़ाही में पानी उबल रहा था और स्टैंड रखा था, उस स्टैंड के ऊपर ढोकले का बर्तन रख दें।
- फिर ऊपर से इसे कवर कर दें और गैस का फ्लेम मीडियम कर दें।
- मध्यम आंच पर इसे लगभग आधे घंटे तक पकने दें।
- आधे घंटे बाद साफ चाकू या टूथपिक से चेक करें कि ढोकला कितना पक गया है।
- अगर बैटर चाकू में नहीं चिपकता है, तो मतलब ढोकला पक गया है।
- अब ढोकले को ठंडा होने के लिए रख दें।
- इस बीच तड़के के लिए एक पैन में तेल गर्म करें।
- जब तेल गर्म हो जाए तो उसमें राई या सरसों के दाने, करी पत्ता, हरी मिर्च, चीनी, नमक, नींबू का रस और थोड़ा पानी डालें।
- तड़का तैयार है, अब एक प्लेट में ठंडे ढोकले को चाकू की मदद से निकाल लें।
- इसे छोटे-छोटे या मध्यम आकार के टुकड़ों में काट लें।
- अब जो तड़का बनाकर रखें हैं उसे ढोकले के ऊपर फैला दें।
- तैयार है स्वादिष्ट गुजराती ढोकला, सुबह के नाश्ते में चाय या चटनी के साथ खाएं।
3. पोहा, मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश में लोगों के बीच चटपटे नमकीनी स्वाद वाले पोहे का सुबह के नाश्ते के साथ एक अलग ही गहरा सबंध है। पोहा यहां का एक प्रसिद्ध नाश्ता माना जाता है। मुलायम और चटपटे पोहे के साथ कुरकुरी मीठी जलेबी भी सुबह के नाश्ते में शामिल कर सकते हैं। तो पोहे की रेसिपी कुछ इस प्रकार है:
पोहा के लिए सामग्री:
- 2 कप मोटा या मीडियम पतला पोहा
- 1 प्याज, बारीक कटा हुआ
- 1 आलू, छोटे टुकड़ों में कटा हुआ (वैकल्पिक)
- 1 चम्मच राई
- आधा चम्मच सौंफ
- 1 छोटा चम्मच जीरा
- आधा कप मूंगफली
- 2 हरी मिर्च बारीक या लंबी कटी हुई
- 5-10 करी पत्ते
- आधा चम्मच हल्दी पाउडर
- आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- स्वादानुसार नमक
- 2 चम्मच बारीक कटा हरा धनिया
- मिक्स करने के लिए नमकीन या सेव
- वैकल्पिक रूप से अनार दाना, कद्दूकस किया हुआ नारियल
- 1 नींबू
पोहा बनाने की विधि:
- पोहा को साफ करके पानी में अच्छे से धोएं।
- धोने के बाद इसका सारा पानी छान लें और इसमें थोड़ा पानी डालकर रख दें, ताकि पोहा उसे सोख ले।
- चाहें तो पोहे को धोकर तुरंत उसमें स्वादानुसार नमक और आधा चम्मच चीनी मिलाकर 15 मिनट तक रख सकते हैं।
- अब एक पैन में एक चम्मच तेल गर्म करें और इसमें मूंगफली भूनें।
- मूंगफली भूनने के बाद उसे अलग से निकालकर रख लें।
- फिर उसी पैन में एक से डेढ़ चम्मच तेल डालें और उसमें सरसों के दाने यानी राई डालें।
- फिर इसमें सौंफ, जीरा, कटा हुआ प्याज, हरी मिर्च और करी पत्ता डालें।
- भूरा होने तक इसे भूनें।
- फिर इसमें हल्दी और छोटे टुकड़ों में कटे हुए आलू डालें।
- आलू पकने तक इसे ढककर पकाएं।
- फिर इसमें पोहा मिलाएं और 5 मिनट तक धीमी आंच पर इसे पकाएं।
- गैस बंद करने के बाद इसमें आधा नींबू का रस मिलाएं और बारीक कटा धनिया डालें।
- साथ में कटे हुए नींबू और इच्छानुसार अनार दाना या कद्दूकस किए हुए नारियल, नमकीन सेव के साथ इसे सर्व करें।
नोट : आप चाहें तो इसमें अपनी पसंद की सब्जियां जैसे – शिमला मिर्च, बींस, गाजर भी डाल सकते हैं।
4. सत्तू पराठा, बिहार

बिहार की बात हो और सत्तू की बात न हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता है। बिहार के कुछ क्षेत्रों में सत्तू का पराठा बड़े ही चाव से खाया जाता है। झटपट बनने वाला यह पराठा सुबह के नास्ते से लेकर स्कूल और ऑफिस के लंच में भी शामिल कर सकते हैं। साथ ही सत्तू एक पौष्टिक खाद्य पदार्थ की श्रेणी में भी आता है। तो अगर आलू के पराठे खाकर बोर हो गए हैं, तो सत्तू पराठा बनाकर नाश्ते को फिर से फ्रेश स्वाद दे सकते हैं।
सामग्री:
- 2 से 3 कप गेंहू का आटा
- 2 कप सत्तू
- 1 बारीक कटा हुआ प्याज
- 2 से 3 बारीक कटी हुई लहसुन की कलियां
- 1 से 2 चम्मच कोई भी अचार
- 2 हरी मिर्च, बारीक कटी हुई
- 1 चम्मच बारीक कटा हरा धनिया (वैकल्पिक)
- 1 चम्मच अजवाइन
- 1 चम्मच सरसों का तेल
- 1 चम्मच नींबू का रस
- स्वादानुसार नमक
- पराठे सेंकने के लिए तेल
- आवश्यकतानुसार पानी (वैकल्पिक)
बनाने की विधि:
- सबसे पहले आटा गूंथ लें।
- इसके बाद सत्तू का मिश्रण तैयार करें।
- पराठे में सत्तू भरने के लिए सत्तू में अचार,अजवाइन, प्याज, मिर्च, धनिया, लहसुन, नमक और नींबू का रस मिलाएं।
- फिर सरसों का तेल भी इसमें अच्छे से मिलाएं और मिश्रण तैयार कर लें। चाहें तो मिश्रण में थोड़ा पानी भी मिला सकते हैं।
- इसके बाद धीमी गैस पर तवा गर्म होने के लिए रख दें और इस दौरान आटे की लोई बनाकर उसमें सत्तू भरें और फिर इसे गोल आकार में बेल लें।
- फिर इसे हल्का तेल डालकर पराठे की तरह दोनों तरफ सेकें।
- ऐसे ही अन्य पराठे भी बना लें और हरी चटनी, दही या चाय के साथ इस पराठे का आनंद लें।
5. आलू पराठा, उत्तर भारत

आलू पराठा भी उत्तर भारत के कई राज्यों में काफी प्रसद्धि है। आलू के स्वास्थ्य लाभ तो है ही, साथ ही साथ यह लगभग हर किसी को पसंद भी आता है। बड़े और बच्चे यह सभी को पसंद आता है। अगर हर रोज आधे-अधूरे नाश्ते से परेशान हो गए हैं, तो स्वास्ष्टि और सेहतमंद आलू के पराठे को नाश्ते के टेबल पर सर्व कर सकते हैं।
सामग्री:
- 2-3 कप गेंहू का आटा
- आवश्यकतानुसार पानी
- जरूरत अनुसार घी या कुकिंग ऑयल
- 4 से 5 आलू, उबले हुए
- एक बारीक कटा हुआ प्याज
- आधा चम्मच जीरा
- आधा चम्मच धनिया पाउडर
- आधा चम्मच अमचुर पाउडर
- आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर (वैकल्पिक)
- आधा चम्मच चाट मसाला
- 2 बारीक कटा हरा मिर्च
- स्वादानुसार नमक
बनाने की विधि:
- सबसे पहले आलू के छिलके निकालकर उसे अच्छे से मैश कर लें।
- इसमें प्याज, मिर्च, धनिया पाउडर, मिर्ची पाउडर, अमचूर, चाट मसाला और नमक मिलाएं।
- सभी सामग्रियों को अच्छे से मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें।
- उसके बाद एक कड़ाही या पैन में एक चम्मच तेल गर्म करें और उसमें जीरा डालें।
- जब जीरा चटकने लगे तो उसमें आलू का तैयार मसाला डालकर थोड़ा फ्राई कर लें।
- चाहें तो बिना फ्राई किए भी इस मिश्रण का आलू पराठा बना सकते हैं।
- आप चाहें तो एक दिन पहले रात में भी ये फिलिंग तैयार करके रख सकते हैं।
- फिर आटे में पानी मिलाकर आटा गूंथ लें।
- साथ ही गैस पर मध्यम आंच पर तवा गर्म होने के लिए रख दें।
- इसके बाद आटे की लोई बनाएं और मैश किया गया आलू भरें।
- इसे गोल या मनचाहे आकार में बेलें और दोनों तरफ घी या तेल लगाकर इसे सुनहरा होने तक गर्म तवे पर सेंके।
- फिर इसे चाय, चटनी, आचार या सॉस के साथ नाश्ते में सर्व करें।
6. कांजी वड़ा, राजस्थान

कांजी वड़ा एक राजस्थानी रेसिपी है, जिसे राजस्थानी लोग मुख्य त्यौहारों के दिन बनाते हैं। अगर हर दिन एक ही तरह का नाश्ता करके मन ऊब गया है, तो राजस्थानी कांजी वड़ा रेसिपी नास्ते के टेबल को नए स्वाद से भर सकती है। हालांकि, इसे नाश्ते शामिल करने के लिए तीन से चार दिन पहले ही इसे बनाना पड़ेगा, क्योंकि कांजी को बनने में तीन से चार दिन लग सकते हैं। फिर देर किस बात की, नीचे स्क्रॉल करें और पढ़ें कांजी वड़ा बनाने की रेसिपी।
कांजी बनाने के लिए सामग्री:
- आधा छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 2 छोटा चम्मच पिसे हुए सरसों के दानें
- 1 चम्मच हल्दी पाउडर
- चुटकीभर हींग
- 2 गिलास पानी
- आधा छोटा चम्मच काला नमक
- आधा कप सरसों का तेल
वड़ा बनाने के लिए सामग्री:
- दो कप मूंग दाल (रातभर पानी में भीगे हुए)
- आधा छोटा चम्मच नमक
- तेल
कांजी बनाने की विधि:
- एक कांच या प्लास्टिक की साफ बड़ी बरनी लें।
- कांजी बनाने के कुछ दिन पहले उस कांच की बरनी को अच्छी तरह से धोकर धूप में सूखा लें।
- ध्यान रहे बरनी भीगी हुई नहीं रहनी चाहिए।
- अब कांजी बनाने के लिए बरनी में लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, पिसे हुए सरसों के दाने, हींग, तेल और काला नमक मिलाएं।
- फिर बरनी में आरओ वॉटर या उबाल कर ठंडा किया गया पानी भरें।
- अब इसे अच्छे से मिक्स करके कुछ दिनों के लिए किसी गर्म जगह पर रख दें।
- कांजी को बनने में दो से तीन दिन लग सकते हैं।
- तीन दिन बाद जब कांजी तैयार हो जाए तो अब वड़े बनाएं।
वड़ा बनाने की विधि:
- रातभर पानी में भीगे हुए मूंग दाल को ग्राइंडर में अच्छे से पीस लें।
- चाहें तो बनाने के दिन दो से तीन घंटे के लिए भी मूंग दाल पानी में भिगोकर रख सकते हैं।
- अब पीसे हुए दाल में नमक मिलाएं।
- फिर किसी बड़े बर्तन में उसे लेकर फेंट लें। इस फेंटी हुई दाल को राजस्थानी तौर पर पिट्ठी कहते हैं।
- इसके बाद एक कड़ाही में तेल गर्म करें।
- अब उसमें दाल की पिट्ठी के गोल-गोल लोई बनाकर डालें और सुनहरा होने तक उसे तेल में तलें।
- सारे वड़े तलने के बाद इन वडों को एक साइड करके रख दें।
- फिर कांजी में वड़े डालने के आधे घंटे पहले एक बर्तन में गरम पानी लें और उसमें नमक मिलाएं। फिर इस पानी में वड़े भिगो दें।
- 5 मिनट बाद वड़ों को पानी से बाहर निकाल लें और उन्हें थोड़ा निचोड़ लें।
- अब तैयार कांजी को थोड़ा मिला लें।
- फिर एक कटोरी या गिलास में कांजी को निकालें और इन वडों को उसमें डालकर नाश्ते के लिए सर्व करें।
- चाहें तो इसे खाना खाने के बाद भी खा सकते हैं।
7. मडुवा रोटी, उत्तराखंड

मडुवा रोटी कई लोगों के लिए एक नया नाम हो सकता है, लेकिन बता दें कि पहाड़ी इलाके, खासकर उत्तराखंड में रागी को मडुवा कहा जाता है (1)। अगर हर रोज नान, रोटी या पराठे खाकर बोर हो गए हैं, तो मडुवा रोटी से इस बोरियत को दूर कर सकते हैं। इसे बनाना बहुत ही आसान है। इसलिए अगर किसी को साधारण रोटी बनानी आती है, तो वे इस रोटी को भी झटपट बना सकते हैं। इसे आप आयल फ्री ब्रेकफास्ट रेसिपीज की श्रेणी में भी रख सकते हैं। उत्तराखंड की मडुवा या रागी रोटी की विधि और इसमें इस्तेमाल होने वाली सामग्री नीचे पढ़ें।
सामग्री:
- 3 कप रागी या मडुवा का आटा
- 4 कप गेंहू का आटा
- पानी
बनाने की विधि:
- मडुवा के आटे और गेंहू के आटे को अलग-अलग गूंथ लें।
- फिर गेंहू के आटे की छोटी-छोटी लोई बनाकर उसके अंदर मडुवा का गूंथा हुआ आटा भरें।
- फिर इसे रोटी की तरह बेल लें और तवे पर दोनों तरफ से सेंकने के बाद चूल्हे के आंच पर रोटी की तरह पका लें।
- आप चाहें तो मडुवा के गूंथे हुए आटे की भी रोटी बना सकते हैं।
- करना बस इतना है कि मडुवा के आटे की बड़ी लोई बना लें।
- फिर हाथों से दबा-दबाकर इस लोई को रोटी का आकार दें।
- ध्यान रहे इसकी रोटी थोड़ी मोटी होती है इसलिए इसे बेलने की जरूरत नहीं है।
- जब लोई थोड़ी बड़ी और गोल हो जाए तो इसे गर्म तवे पर रखकर दोनों तरफ सेंक ले।
- फिर चूल्हे की आग में रोटी सेंकने की तरह सेंक लें।
- बस गर्मागरम मडुवा की रोटी बनकर तैयार है।
- स्वादिष्ट मडुवा रोटी को किसी भी दाल या सब्जी के साथ सुबह के नाश्ते में शामिल किया जा सकता है।
- इसके अलावा, इसमें घी या बटर लगाकर भी सेवन कर सकते हैं।
8. पेसारट्टू (मूंग का दोसा), आंध्र प्रदेश

पेसारट्टू या मूंग का दोसा मूंग दाल से बना होता है, जो आंध्र प्रदेश के सबसे प्रचलित नाश्तों में से एक है। इस दोसे की खास बात यह है कि यह आमतौर पर दिखने में यह हरे रंग का होता है। साथ ही इसे स्वाद में उत्तम के साथ ही पौष्टिक भी माना जाता है।
सामग्री:
- 2 कप साबुत मूंग दाल, रात भर पानी में भीगे हुए
- 1 कप चावल, रात भर पानी में भीगे हुए
- आधा कप प्याज
- 1 इंच अदरक का टुकड़ा
- आधा चम्मच पिसा हुआ जीरा या जीरा पाउडर
- 1 चम्मच कटी हुई हरी मिर्च
- नमक स्वादानुसार
- एक गाजर, कद्दूकश किया हुआ
बनाने की विधि:
- आप चाहें तो रातभर पानी में न भिगोकर, मूंग दाल और चावल को उपयोग करने से 4 घंटे पहले भी पानी भिगोकर रख सकते हैं।
- अब भीगे हुए मूंग दाल और चावल को मिक्सर में डालें।
- फिर इसमें पानी, प्याज, हरी मिर्च और अदरक को मिलाकर उसे पीस लें, फिर इसमें स्वादानुसार नमक मिला लें।
- अब इसमें जीरा पाउडर मिलाएं।
- अब एक नॉन स्टिक तवे को गैस पर धीमी आंच पर रखें। ध्यान रहे तवा ज्यादा न गर्म हो।
- फिर तवे पर थोड़ा तेल डालें और दोसे का तैयार किया गया घोल डालें और उसकी पतली परत गोल-गोलकर तवे पर फैलाएं।
- फिर दोसे के चारों तरफ थोड़ा-थोड़ा तेल छिड़कें।
- अब इसके ऊपर कद्दूकश किया हुआ गाजर फैलाएं और उसे दबा दें।
- इसके बाद दोसे को पलट दें और दूसरी तरफ थोड़ा सा तेल डालकर सेंकें।
- दोसा जब दोनों तरफ से पक जाए, तो नारियल चटनी के साथ इसे नाश्ते की टेबल पर सर्व करें।
9. उत्तपम, तमिलनाडु

उड़द दाल और चावल से बनने वाला उत्तपम का नाम काफी मशहूर है। यह लगभग दोसे जैसा ही होता है, लेकिन स्वाद में दोसे से अलग होता है। साथ ही दोसे के मुकाबले यह थोड़ा मोटा भी होता है, जो दिखने में पिज्जा जैसा लगता है। इसके स्वाद को बढ़ाने के लिए इसे प्याज व टमाटर के साथ-साथ शिमला मिर्च के साथ भी ऊपर से सजा सकते हैं।
सामग्री:
- एक या डेढ़ कप मोटा चावल (4-5 घंटे पानी में भिगोकर रखे हुए)
- आधा कप उड़द दाल (4-5 घंटे पानी में भिगोकर रखे हुए)
- स्वादानुसार नमक
- 2 बारीक कटे हुए टमाटर
- 2-3 चम्मच तेल
- आधा छोटा चम्मच बेकिंग सोडा
बनाने की विधि:
- सबसे पहले दाल और चावल को पानी से अच्छी तरह से साफ कर लें।
- अब पानी में इन्हें अलग-अलग चार से पांच घंटे के लिए भिगो दें।
- भीगी हुई दाल को मिक्सी में बारीक पीसकर एक बर्तन में निकाल लें।
- भीगे हुए चावल को मिक्सी में दरदरा पीसें और दाल वाले बर्तन में ही मिला दें।
- अब इस मिश्रण में खमीर उठाने के लिए इसमें बेकिंग सोडा मिलाएं और ढककर 12 घंटे के लिए रख दें।
- खमीर लगने के बाद मिश्रण फूल कर दोगुना हो जाएगा।
- जब दाल-चावल का मिश्रण तैयार हो जाए तो इसके बाद इस मिश्रण में नमक मिलाएं।
- अब नॉन स्टिक तवा गर्म करें। इस पर एक चम्मच तेल डालें और उसे तवे पर अच्छे से फैलाएं।
- फिर इसमें बैटर डालकर फैलाएं।
- ऊपर से बारीक कटा टमाटर, प्याज और तेल डालें।
- धीमी गैस पर इसे ढककर पकाएं।
- जब नीचे की सतह ब्राउन हो जाए तो इसे पलटें और दूसरी सतह से भी हल्की आंच पर पकाएं।
- उत्तपम बनकर तैयार है। इसे नारियल की चटनी के साथ सर्व करें।
10. थेपला, गुजरात

ऐसा हो नहीं सकता कि जहां खाने की बात हो, वहां गुजरात का जिक्र न हो। जितनी मीठी गुजराती भाषा होती है, उससे कहीं ज्यादा लजीज वहां के पकवान होते हैं, जिनमें से एक नाम थेपला का भी है। बेसन, गेहूं के आटे, मेथी और सतरंगी मसालों से बने थेपले का स्वाद हर किसी को पसंद आ सकता है। इसे चाय, दही या अचार के साथ नाश्ते में शामिल किया जा सकता है।
सामग्री:
- 1 कप गेहूं का आटा
- एक चौथाई कप बेसन
- एक चौथाई कप दही
- आधा कप बारीक कटी हुई मेथी
- 1 चम्मच बारीक कटा हुआ धनिया
- नमक स्वादानुसार
- आधा छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
- आधा छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- आधा छोटा चम्मच अजवाइन
- आधा छोटा चम्मच धनिया पाउडर
- आधा छोटा कप आटा गूंथने के लिए तेल
- आधा छोटा कप थेपला सेंकने के लिए तेल
बनाने की विधि:
- एक बर्तन में बेसन, गेहूं का आटा, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, धनिया पाउडर, दही, नमक, अजवाइन, कटी हुई मेथी, 2 छोटे चम्मच तेल मिलाएं और जरूरत के अनुसार पानी मिलाते हुए नर्म आटा सान लें।
- अब आटे को ढककर रख दीजिए।
- 15 मिनट बाद आटे को फिर से अच्छी तरह मसलकर मुलायम करें।
- आटे की लोइयां बना लें। इसे सूखे आटे का इस्तेमाल करते हुए रोटी की तरह बेल लें।
- इस दौरान तवे को गैस पर मध्यम आंच पर गर्म होने के लिए रख दें।
- जब तवा गर्म हो जाए तो तवे पर तेल लगाकर थेपले को तवे पर कम आंच पर पकाएं।
- जब थेपला एक तरफ से पक जाए तो दूसरी तरफ से सेकें।
- स्वादिष्ट थेपले बनकर तैयार हैं। इसे अचार, दही या चटनी के साथ सर्व करें।
11. दही वड़ा, उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां पर हर मुख्य त्यौहार या किसी खास दिन पर दही वड़े जरूर बनते हैं। इसे उड़द और मूंग दाल से तैयार किया जाता है, जिसे तेल में डीप फ्राई करके कुरकुरा स्वाद दिया जाता है। इसे कैसे बनाएं और सुबह के नाश्ते में शामिल करें, इसकी जानकारी भी यहां पढ़ सकते हैं।
वड़ा के लिए सामग्री:
- 1 कप उड़द की दाल, 4 से 5 घंटे पानी में भीगे हुए
- एक चौथाई कप मूंग दाल, 4 से 5 घंटे पानी में भीगे हुए
- चावल का आटा (वैकल्पिक)
- 1 हरी मिर्च
- 1 इंच अदरक
- 1 छोटा चम्मच नमक
- तेल, तलने के लिए
- 4-5 कप गर्म पानी
- आधा चम्मच नमक
- चुटकीभर हिंग
दही के लिए सामग्री:
- 2 कप दही
- 2 चम्मच चीनी
- आधा चम्मच नमक
- आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- आधा चम्मच जीरा पाउडर, भूना हुआ
- आधा छोटा चम्मच चाट मसाला
- एक चम्मच धनिया पत्ती, बारीक कटा हुआ
- इमली चटनी (बाजार में उपलब्ध)
वड़ा बनाने की विधि:
- सबसे पहले दाल को अच्छे से धो लें।
- अब मिक्सर में उड़द और मूंग दाल के साथ अदरक डालकर दरदरा पीस लें।
- ध्यान रहे पानी का कम से कम इस्तेमाल करें। इसका गाढ़ा पेस्ट बनाएं।
- अब मिश्रण को एक बड़े बाउल में निकाल लें और नमक व हींग डालकर अच्छे से हाथों से दो से तीन मिनट तक फेंट लें।
- फिर इसमें बारीक कटी हरी मिर्च मिलाएं।
- अगर बैटर पतला हो गया है, तो गाढ़ा करने के लिए इसमें चावल का आटा मिला सकते हैं।
- अब इस मिश्रण को 10 मिनट के लिए ढककर रख दें।
- अब कड़ाही में तेल गर्म करें।
- साथ ही एक बड़े बर्तन में पीने का पानी लें।
- ध्यान रहे पानी न ज्यादा गर्म हो न ज्यादा ठंडा, पानी सामान्य तापमान का हो।
- पानी में सिर्फ नमक या नमक और चीनी दोनों मिलाकर रख सकते हैं।
- अब गर्म तेल में बैटर से लड्डू बनाकर उसे तेल में सुनहरा होने तक तलें।
- ध्यान रहे वड़ों को मध्यम आंच में तलें।
- जब सारे वड़ों को तल लें तो जितने वड़ों को खाना है उन्हें पानी में 10 मिनट के लिए भिगों दें।
- अब पानी से बाहर निकाल लें और सारा पानी हल्के हाथों से निचोड़ लें।
- बस वड़ा बनकर तैयार है।
दही मिश्रण बनाने की विधि:
- किसी बड़े बर्तन में दही को अच्छे से फेंट लें।
- फिर इसमें चीनी और नमक मिला लें।
- इसके बाद इसमें जीरा पाउडर, इमली चटनी मिलाएं और वड़ों को इसमें डुबों दें।
- चाहें तो इमली चटनी घर में भी बना सकते हैं।
- धनिया पत्ते और चाट मसाले से इसे गर्निश करें और नाश्ते में परोसें।
12. इडली, कर्नाटक

कर्नाटक या तमिल के स्वादिष्ट व्यंजनों में चावल से बनी इडली भी काफी लोकप्रिय है। इसे चटनी, अचार, सिरके या सांभर के साथ खा सकते हैं। कई बड़े शहरों में इडली को सुबह के नाश्ते में शामिल भी किया जाता है। नरम-नरम इडली कैसे बनाएं, इसकी रेसिपी नीचे पढें।
सामग्री:
- 2 कप इडली बनाने वाले चावल (4-5 घंटे या रात भर पानी में भीगे हुए)
- 1 कप उड़द दाल, (4-5 घंटे या रात भर पानी में भीगे हुए)
- 2 टी स्पून नमक
- इच्छानुसार मार्केट से राइस इडली का बैटर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
बनाने की विधि:
- चावल को दरदरा पीसें और उड़द दाल को बारीक पीसकर इसका बैटर बनाएं।
- अब दाल-चावल को एक बाउल में मिक्स कर लें।
- अगर बैटर ज्यागा गाढ़ा है, तो पानी डालकर इसे पतला कर लें।
- ध्यान रहे बैटर थोड़ा गाढ़ा रखें।
- अब इस बैटर को ढककर किसी गर्म जगह पर रख दें।
- इस बैटर को ठंड के मौसम में लगभग 18-20 घंटे और गर्मी के मौसम में इसे 12-14 घंटे फरमेंट करने के लिए रखना पड़ सकता है।
- अब जब अगले दिन इडली बनानी होगी तो उस वक्त इस बैटर को निकालें।
- इसके बाद एक कुकर में पानी डालकर पहले से गर्म करें।
- ध्यान रहे पानी इतना होना चाहिए की इडली का सांचा पूरा इसमें न डूबे।
- अब इडली के सांचों में अच्छे से तेल लगाएं, ताकि बैटर चिपके नहीं।
- फिर सांचों में बैटर भरें।
- अब कुकर में इडली का सांचा डालें और बिना सीटी के कुकर का ढक्कन लगाएं।
- फिर मीडीयम आंच पर 10 से 15 मिनट तक इसे पकाएं इसके बाद गैस बंद कर दें।
- 15 मिनट बाद इडली के सांचें खोलें और गर्मागरम इडली को सांभर, नारियल चटनी या अचार के साथ सर्व करें।
नोट: अगर जल्दी में इडली बनानी है तो मार्केट में मौजूद इडली बैटर का उपयोग भी क