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मोहब्बत एक हसीन पल है, जिसे हर कोई जीना चाहता है, लेकिन इसी प्यार में जुदाई भी खूब सताता है। जुदाई के बाद व्यक्ति कहना तो बहुत कुछ चाहता है, पर कह नहीं पाता है। ऐसे में यहां दिए गए ब्रेकअप कोट्स और शायरी के जरिए प्यार में जुदाई के गम को बांटकर थोड़ा हलका किया जा सकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मॉमजंक्शन के इस लेख में हम 100 से भी अधिक ब्रेकअप कोट्स और शायरी सभी के साथ साझा कर रहे हैं। ब्रेकअप के दर्द को समझ पाना मुश्किल है, लेकिन शब्दों में पिरोए गए ब्रेकअप के दुख को इन कोट्स और शायरी के जरिये आप कम जरूर कर सकते हैं। तो 100 से भी अधिक ब्रेकअप कोट्स और शायरी के लिए पढ़ें पूरा लेख।

चलिए, सबसे पहले पढ़ते हैं बॉयफ्रेंड के लिए कुछ ब्रेकअप शायरी और कोट्स।

ब्रेकअप कोट्स, स्टेटस फॉर बॉयफ्रेंड | Breakup Status In Hindi For Boyfriend

लड़कियां अपनी भावनाओं को यहां दिए गए ब्रेकअप शायरी और कोट्स के जरिए व्यक्त कर सकती हैं। इन्हें स्टेट्स या संदेश के जरिए साझा किया जा सकता है। तो ब्रेकअप कोट्स, शायरी, स्टेटस फॉर बॉयफ्रेंड कुछ इस प्रकार हैं:

  1. तुझे कभी एहसास हो तो होने देना,
    बहे आंख से आंसू तो रोने देना,
    बस इल्तजा है इतनी मेरी तुझसे,
    सो जाऊं मैं हमेशा के लिए जिस दिन,
    मुझे उस पल बस सुकून से सोने देना।
  1. आंखों में छुपी दर्द की ये कैसी कहानी है,
    दर्द-ए-जुदाई छलकते अश्कों की जुबानी है।
  1. अब मोहब्बत का हमसे यूं बंटवारा न होगा,
    तेरे जाने के बाद इश्क हमसे दोबारा न होगा।
  1. जरूरी था बिछड़ना तेरा-मेरा हमदम क्योंकि,
    जमीं और आसमां का मिलना मुमकिन नहीं।
  1. जख्मों को मेरे उस बेवफा ने दी हवा,
    जिसे दी थी कभी हमने मोहब्बत में पनाह,
    आज है उनसे हमें अब नफरत बेपनाह,
    यही है शायद उम्र भर की अपनी सजा।
  1. तुझसे दूर होकर आंखें नम बहुत है,
    तेरी जुदाई का इस दिल में अब गम बहुत है।
  1. पूरी जिंदगी की तुमने सजा दी है,
    तूने दूर जाकर मुझे नफ़रत करने की वजह दी है।
  1. शायर न थे हम ये तो मोहब्बत की निशानी है,
    आशिकी हमारी बस बनती-बिगड़ती कहानी है।
  1. दूर जाने से पहले यह सोचकर आंसू छिपा लिए हमने,
    ताकि रुखसती के वक्त तुझे बिछड़ने का मलाल न हो।
  1. निगाहों से उतर गया वो कुछ इस तरह,
    चुभता है दिल अब जैसे खंजर की तरह,
    क्या करें अब और कोई उम्मीद हम उनसे,
    नजरे भी लगती हैं उनकी अब तीर की तरह।
  1. यूं छोड़कर जब तू बिना बताए गया था,
    तब दिल को हमने खूब समझाया था,
    तेरे इंतेजार में ये दिल भी खूब रोया था,
    पर तू मुड़कर वापस न आया था।
  1. मोहब्बत के सफर में भीड़ बहुत है,
    आना-जाना तो लोगों का लगा रहता है,
    नहीं थे शायद हम एक दूसरे के काबिल,
    इसलिए देख कर हमें मुंह तेरा बना रहता है।
  1. कुछ भूल नहीं पाते सब याद रहता है,
    हशर-ए-मोहब्बत का यूं ही बर्बाद रहता है।
  1. सिर झुका के सुन लेती थी, शायद यही खता कर गई,
    वो कह गए अलविदा और मैं देखती रह गई।
  1. टूटता तारा देख बहुत कुछ मांग लिया करते हैं हम,
    आज भी तेरे आने की आस में इंतजार किया करते हैं हम।
  1. जा रहे हो तुम मुंह फेर कर, तो तुम्हें रोकूंगी नहीं,
    एक बार जो चले गए, तो तुम्हें टोकुंगी नहीं।
  1. जिनकी गलतियों से भी मैंने रिश्ता निभाया है,
    उसने मुझे इस बात का एहसास कराया है,
    गुस्ताखियां सहना उनकी गलती थी मेरी,
    तभी दर्द-ए-जुदाई का आलम मुझपे छाया है।
  1. खातिर तेरी खुशी के दूर जा रहे हैं हम,
    मत समझना कि तुम सा कोई और मिल गया।
  1. रातों की करवटें कभी दिन की बेचैनियां,
    अधूरी रह गई हमारी प्यार की कहानियां।
  1. फना हुए इश्क में तो क्या,
    आलम-ए-दीदार का असर है,
    मिलना नहीं मुमकिन तो क्या,
    जुदा हो जाना ही बेहतर है।
  1. पाने को उन्हें सभी खूबियां कम थीं,
    पर खोने को उन्हें एक खता काफी है।
  1. जी लेंगे तेरे बिन यह मुमकिन तो नहीं, लेकिन
    साथ चलना भी अब मुमकिन तो नहीं।
  1. हमदर्द समझा था जिन्हें वो दर्द देकर चले गए,
    बेगानी सी महफिल में वो अनजाने होकर चले गए।
  1. अश्कों को छुपाने की कोशिश बहुत की,
    क्या करें, दगाबाज थी निगाहें दर्द-ए-जुदाई कह गईं।
  1. धीरे-धीरे भूल जाएंगे गम तुम्हारे,
    अब गैर बन चुके हो तुम हमारे।
  1. मैंने हर पल तेरा साथ दिया,
    मैंने हर पल अपने प्यार का इज़हार किया,
    पर तू बेवफ़ा हाथ छुड़ाकर चल दिया।
  1. आज उन्हें दगा देने का मौका न मिलता,
    गर मुसाफिर को हम हमसफर न समझते।
  1. तोड़कर दिल मेरा वो किनारा कर गया,
    छोड़ कर साथ मेरा अब बेसहारा कर गया।
  1. पूछ लेंगे लोग अगर तेरे जाने की वजह,
    मैं खुद की कमी बताकर तेरी इज़्ज़त बढ़ा दूंगी।
  1. गलतफहमी हुई वजह जुदाई की तो क्या,
    मोहब्बत में ऐतबार भी जरूरी है,
    भले ही आज तुम मुझसे खफा हो,
    लेकिन दूर रहना मेरी मजबूरी है।
  1. काश! हम तेरी बातों में न आते,
    बेवजह ही हम तुझसे दिल न लगाते,
    अचानक जो तू यूं धोखा दे गया,
    काश! हम तेरा इतना साथ न निभाते।
  1. कौन गलत है और कौन सही, खुदा जाने,
    जिस पर गुजरी है ये तो बस वही जाने।
  1. बस सजी ही थी खुशियों की महफिल यहां कि,
    आफत-ए-अल्फाज से तूने सब कुछ मिटा दिया।
  1. सोचा न था जिंदगी में ऐसे पल भी आएंगे,
    तू यूं साथ छोड़ जाएगा और हम देखते रह जाएंगे,
    तेरे बिन हम जिंदगी यूं ही जीते चले जाएंगे,
    रोना तू खूब आएगा पर आंसू छुपाते चले जाएंगे।
  1. दिल लगाने की क्या खूब सजा पाई है,
    छूटा दामन मोहब्बत का बस रह गई रुसवाई है।
  1. खुद को तबाह करके रोई हूं मैं,
    दिल तोड़ने का गुनाह करके सोई हूं मैं।
  1. दफ़ा हो गुस्ताख़ हमें गुलाब का फूल समझने वाले,
    हम तो गुलनार हैं, जो अकेले ही महकने को काफी हैं।
  1. गलतफहमी तेरी कि बिन तेरे जीना मुहाल होगा,
    अपनी सोच तू जरा मेरे बिना तेरा क्या हाल होगा।
  1. जिस्म मिटने तक तेरे आने का इंतजार करूंगी,
    जाने के बाद भी तुझसे ही हर पल प्यार करूंगी।
  1. अकेले चलने का हौसला बांध लो अब,
    तेरे साथ चलते रहना अब मुमकिन नहीं।
  1. न रहे तू मेरे साथ कल तो कोई गम नहीं,
    भले ही तू दूर है, लेकिन तुझे भूलेंगें हम नहीं।
  1. 42. मोहब्बत को तेरी भुलाना मुमकिन नहीं,
    ख़ातिर तेरे यह सितम भी हंस कर सहेंगे यहीं।
  1. चाहना तुझको क्या खता हुई मेरी,
    जो एक पल में यूं मुंह घूमा के चल दिए।
  1. तेरे जाने से शिकायत नहीं हमें,
    मालूम था तू यूं ही रंग दिखाएगा,
    शिकवा है दिल में बसी तेरी तस्वीर से मुझको,
    कमबख्त जो तेरी हर पल याद दिलाएगा।
  1. तुझे इतना तो किसी ने न चाहा होगा,
    जितना तुझे चाहा है मैंने,
    खैर, क्या करना इन बातों का अब,
    जब तेरा मेरा फिर मिलना न होगा।
  1. अचानक से कोई यूं जुदा नहीं होता,
    तैयारियां तो काफी समय से कर रहे होंगे।
  1. बेपनाह चाहा था जिसे,
    उसी ने सौगात दी है,
    छोड़कर साथ हमारा,
    दिल तोड़ने की बात की है।
  1. क्या फायदा तुम्हें याद करने का अब,
    जब तुम्हें हमारी फिक्र सताती ही नहीं।
  1. न होगी कोई शिकायत तुझसे हमकों अब,
    क्योंकि तन्हाइयों से मोहब्बत हो चली है अब।
  1. न मिले जिंदगी की राह में इश्क तो क्या,
    हम तो तन्हा भी जिंदगी गुजार लेंगे,
    सोचा था कि टूट जाएंगे उनके जाने के बाद,
    भूल उनकी थी बिना उनके भी जिंदगी संवार लेंगे।
  1. बड़ी सच्चाई थी उनकी बातों में यह अब समझ आया है,
    जो कहते थे वो कि अपना बनाकर ही छोड़ेंगे तुम्हें,
    लो अपना बनाया भी और अब छोड़ भी दिया।

बॉयफ्रेंड के बाद अब अगले भाग में हम गर्लफ़्रेंड के लिए ब्रेकअप कोट्स बता रहे हैं।

ब्रेकअप कोट्स, स्टेटस फॉर गर्लफ्रेंड | Beakup Status In Hindi For Girlfriend

लेख के इस भाग में हम ऐसे ब्रेकअप कोट्स और शायरी दे रहे हैं, जिन्हें एक लड़का अपने दूर हुए प्यार से मन की बात बताने के लिए साझा कर सकता है।

  1. समझा था परछाई जिसे अपनी मैंने,
    आज वो ही हमसे दामन छुड़ा के बैठे हैं,
    कोशिश तो बहुत की साथ चलने की उनके,
    मगर, वो तो दूर जाने की कसम खाकर बैठे हैं।
  1. इश्क की इन्तहा भी क्या होगी,
    वफा के बदले जब तुम दगा दोगी,
    तहे दिल से करते रहे इश्क फिर भी,
    इससे भी ज्यादा क्या मेरी खता होगी।
  1. दिल-ए-अरमां साथ रहने का पानी हो गया,
    तेरा-मेरा इश्क बस एक कहानी हो गया,
    कोशिश तो बहुत की निभा लूं इसको, मगर
    बेपरवाह इतनी रही तू कि सब बेमानी हो गया।
  1. माना मजबूत है हम मगर पत्थर नहीं ये दिल,
    जो यूं ही झटक कर जुल्फ निगाहें काट ली हमसे,
    अटक कर रह गई सांसे जो वापस आ न पाएंगी,
    तेरे जाने की खबर मिलते ही जुदा ये हो गई हमसे।
  1. बिखेर के हुस्न का जलवा गजब कहर ये ढाया है,
    नजरों के हुनर से तूने मुझको अब तक सताया है,
    इतरा कर तूने जो थामा आज अजनबी का हाथ,
    इस दुनिया में न तुझसा कोई गैर पाया है।
  1. है खुश वो हमसे आज इतना दूर हो कर के,
    तबियत फिर हरी होने को उफान भरती है,
    न मिलता गर मांझी हम जैसा उन तूफानों में,
    धंस जाती तेरी कश्ती गिर्दाब में चूर हो कर के।
  1. लाख करों मन्नतें तुम दूर जाने की,
    खुदा मेरा भी है, न बस तुम अकेले का,
    दुआ हम भी तो करते हैं तुम्हें फिर से पाने की।
  1. हो जाओ कितना भी दूर मगर,
    चाहत को न भुला पाओगे,
    हासिल जो की थी मोहब्बत हमसे,
    वो किसी और से कहां अब पाओगे।
  1. खामोश सी रातों में ख्वाब दिखते मुझको बेहिसाब हैं,
    मुकम्मल न हो सकेगी अब मोहब्बत अपनी, यही मेरा जवाब है।
  1. माना था एक हक बस मेरा तुझ पर,
    पल भर में यह गुमान भी टूट गया,
    शुक्रिया एहसास कराने के लिए,
    ख्वाब-ए-गुलिस्तां वो कब का पीछे छूट गया।
  1. आज भी तुझ पर हर पल मरते हैं,
    हर वक्त तुझे याद किया करते हैं,
    भले ही तू चली गई मुझे छोड़कर,
    पर आज भी हर शाम तेरा इंतजार किया करते हैं।
  1. सब ऐब गिना गए वो बिछड़ते-बिछड़ते,
    न जाने मिलने पर कौन सा हुनर देखा होगा।
  1. जहर जुदाई का दिया तो क्या गिला करूं उनसे,
    मजा मोहब्बत का कुछ न कुछ इसमें भी छिपा होगा।
  1. बदलते रुख से पहले ही भांप लिया था हाल-ए-दिल उनका,
    इंतजार था तो बस कि कब वो लब से अलविदा कह दें।
  1. आइना देखता हूं तो आंखों में लहू नजर आए,
    अक्स मेरा ही मुझसे पूछता क्या पाया मोहब्बत में,
    चोट दी है मैंने ही दिल को अपने जान कर के,
    भला उनकी खुशी के ख़ातिर क्यों बेजार हो आए।
  1. आकर करीब कोई हमें भुला रहा है,
    ख्वाब सजाकर सारे उन्हें मिटा रहा है,
    जी न सकेंगे बिना उनके यह जानते हुए भी,
    ठुकरा कर हमे वो कितना दूर जा रहा है।
  1. अश्क बहाकर हमें प्यार जताना नहीं आता,
    दिल खोलकर हाल अपना हमें बताना नहीं आता,
    वो भी छोड़ चला जीते रहे जिसके खातिर अब तक,
    कमी रही होगी शायद वरना वो हमसे यूं दूर न जाता।
  1. नसीब में ही नहीं वो ये मान लिया हमने,
    वरना कोई कसर कहां छोड़ी थी उन्हें पाने की,
    आज़माइश लाख की पर एक भी न काम आई,
    किस्मत ने जो की साजिश उनसे जुदा हो जाने की।
  1. मुस्कुराने की अदा हमें बड़ी महंगी पड़ गई,
    तन्हा जी लोगे तुम जाते-जाते बस इतना कह गई।
  1. जिन्हें न हुई असल मोहब्बत की कदर,
    उनके साथ चलना अब हमें गवारा नहीं।
  1. एक तू ही नहीं इस फेहरिश्त में अकेला,
    और भी हैं जिन्होंने यह दिल दुखाया है,
    बस न रहा था कमबख्त जज्बातों पर मेरा,
    न आ करीब तू भी अब से तुझे मैंने भुलाया है।
  1. इश्क ज़ुबानी था तेरा दिल में खोट लिए बैठे थे,
    शुक्र है खुल गई हकीकत वक्त से पहले,
    वरना हम भी मोहब्बत में दिल गंवाए बैठे थे।
  1. तेरे लिए दिल बहलाने को एक मुजस्सिमा ही काफी था,
    जब दिल्लगी की अदा सिर्फ वक्त गुजारने को थी।
  1. कभी जिनकी मुस्कान देखने को जिया करते थे,
    आज उन्हीं की मुस्कराहट काटों की बयार लगती है,
    बेहतर होगा तुझसे दूर जाना ही मेरा अब,
    पहले थी हूर अब कोई दो धारी तलवार सी लगती है।
  1. खुद को मिटाने को तैयार थे जिनकी मोहब्बत में हम,
    छोड़कर हमें उन्होंने जीने का असल मतलब सिखा दिया।
  1. भूल के हमें याद तुम करो न करो,
    तुमसे जुदा होकर हमने सब कुछ भुला दिया।
  1. ये जख्म बहुत बड़े हैं जो दिल में मेरे पड़े हैं,
    मैं तो कब का ही मर जाता पर कुछ अपने साथ खड़े हैं।
  1. बहुत मिलेंगे चाहने वाले,
    यह सोचना यकीनन सच है,
    मगर, हर किसी से मेरी जैसी चाहत कहां मिलेगी,
    यह भी एक सच है।
  1. उस रात की बात को आज भी दोहराता हूं,
    खुद से सोचता हूं और फिर यूं ही मुस्कुराता हूं,
    आखिर क्यों हुआ मोहब्बत का इकरार तुमसे,
    यही सोच, अफसोस हर लम्हा करता जाता हूं।
  1. जब से लगी है चोट दिल में,
    मैंने दिल लगाना ही छोड़ दिया है।
  1. बेपनाह इश्क कभी मैं तुझसे किया करता था,
    अजीब था वो वक्त भी जब मैं तुझमें जिया करता था।
  1. बात आज भी होती है हर रात मेरी,
    पर फर्क सिर्फ यह है कि,
    कल तुझसे किया करता था,
    आज खुद से किया करता हूं।
  1. मुसाफिर बन कर आए थे भटकते हुए तुम,
    इस बात से कभी न अनजान थे हम,
    बेमतलब ही आ गए रास्ते में तुम्हारे हम,
    तुम्हारे लिए तो बस पल दो पल का आसरा थे हम।
  1. आज हंसता हुआ देखकर हैरान है वो शख्स,
    जो चला गया था कभी हमें रोता हुआ छोड़कर।
  1. आखिरी मुलाकात पर तू खूब लिपटकर रोया था,
    अश्कों के सैलाब से मुझे भिगोया था,
    न समझना गम न हुआ मुझको तेरे जाने का,
    तुझे याद करके मैं दिल ही दिल में रोया था।
  1. टूट जाए दिल अगर तो क्या,
    फिर भी मोहब्बत निभानी पड़ती है,
    जुदा होकर भी उनकी खुशी की ख़ातिर,
    लबों पर मुस्कराहट लानी पड़ती है।
  1. खुद से दूर हो जाने की बात करना,
    फिर रूठना अकड़ना और जुदा हो जाना,
    गजब तरकीब थी यह तेरी भी दिल तोड़ जाने की।
  1. गजब नाकाम हुए हम दोनों इश्क में,
    वो हमें चाह न सके और हम उन्हें भुला न सके।
  1. इतना कह दिया होता कि जी भर गया तुमसे,
    मुस्कुरा कर खुद ही तेरे रास्ते से किनारा कर लेते हम।
  1. वफा का और क्या सबूत दूं तुझे,
    देख तेरे जाने के बाद भी भुला न सका हूं तुझे।
  1. साथ न दे सके तो उम्मीद क्यों दिया,
    कुछ पल के लिए अपना बनाकर
    हमें तन्हा यूं दूर कर दिया।
  1. वादे फरेबी और कसमें तेरी झूठी थीं,
    उम्र भर का था दावा दो पल में ही तू रूठी थी।
  1. जब मोहब्बत उनकी चंद लम्हों की थी,
    तो नफरत उनकी अब तक कैसे जिन्दा है।
  1. बड़े मुख्तलिफ निकले इरादे उनके,
    हम वफा निभाते रह गए, और
    वह दामन बचा के निकल गए।
  1. तेरे जाने के बाद जिंदगी आफत सी हो गई है,
    रहे न कभी अकेले पर अब आदत सी हो गई है।
  1. कुदरत के आगे आखिर कहां किसी की चल पाई है,
    मंजूर न था एक होना इसलिए हिस्से में मिली जुदाई है।
  1. क्यों छोड़ा साथ जब साथ रहने की कसम खाई थी,
    कहते थे तोहफा है मोहब्बत जो तुमने हमसे पाई थी।
  1. तेरी हर गलती को नजरअंदाज करता था,
    चेहरा देख हर परेशानी को तेरी भांप लेता था,
    एक तू न समझ पाया इस दर्द-ए-दिल का हाल,
    तभी तो तन्हा छोड़ के तू चला जाया करता था।
  1. सोचा न था कि तेरे छोड़ के जाने का गम इस कदर सताएगा,
    सामने होगी दुनिया पर कुछ नजर न आएगा।
  1. भुला देंगे तुम्हें जरा सब्र तो करो,
    पल में मोहब्बत भुलाना आसान नहीं।
  1. तड़पाते वो नहीं जो साथ छोड़ जाते हैं,
    बाकी रहती तड़प उनकी जो जाकर याद आते हैं।
  1. संवर रहा है वो किसी और के लिए,
    बस यही सोच कर बिखर जाते हैं हम।
  1. टूट कर भी जमाने को हंसा रहे हैं इस तरह,
    जैसे फूल मसले जाने के बाद भी खुशबू बिखेरता है।

तो यह थे 100 से भी अधिक ब्रेकअप कोट्स और शायरियां। इनमें लड़के और लड़की के लिए अलग-अलग कोट्स और शायरियां दी गई हैं। इनको सहारा बनाकर अपने ब्रेकअप के दुख को जाहिर कर सकते हैं। हालांकि, ब्रेकअप के दुख से बाहर आने के लिए वक्त ही एक मात्र मरहम होता है, लेकिन इन्हें शब्दों के जरिए साझा कर कम जरूर किया जा सकता है। इन्हीं खूबसूरत शब्दों से अपने दुख को हलका करें और सभी के साथ इस पोस्ट को साझा करें। उम्मीद है लेख में शामिल सभी शायरी और कोट्स आपको पसंद आए होंगे। ऐसे ही रिश्तों और खास दिनों से जुड़ी अन्य शायरी और कोट्स के लिए पढ़ते रहें मॉमजंक्शन।

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