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बच्चों को मीठे खाद्य पदार्थ देने से पहले लोग हजार बार सोचते हैं, क्योंकि कई मीठी चीजें उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकती हैं। ऐसे में बच्चे के आहार में गुड़ को शामिल करते समय भी आपके मन में कई सारे सवाल आते होंगे। उन सभी सवालों के जवाब पाने के लिए आप मॉमजंक्शन के इस लेख को पढ़ सकते हैं। यहां हमने बच्चों को गुड़ खिलाना चाहिए या नहीं और उन्हें गुड़ से मिलने वाले फायदे व नुकसान के बारे में विस्तार से बताया है। इस लेख में दी गई गुड़ से संबंधित सभी जानकारी वैज्ञानिकों के रिसर्च पर आधारित है।
चलिए, सबसे पहले जानते हैं कि बच्चों को गुड़ खिलाना सही है या नहीं।
बच्चों को गुड़ खिलाना सही है या गलत?
इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स और फूड एंड न्यूट्रिशन बोर्ड ऑफ इंडिया द्वारा कहा गया है कि बच्चों की डाइट में अतिरिक्त आहार के तौर पर गुड़ को शामिल कर सकते हैं (1)। एक अन्य वैज्ञानिक अध्ययन में दिया हुआ है कि गुड़ कई तरह के पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, इसलिए यह बच्चों के लिए जरूरी हो सकता है। इसके सेवन से बच्चों को आयरन और कैल्शियम की मात्रा कुछ हद तक मिल सकती है (2)।
इसके अलावा, बच्चों के पोषण संबंधी नेशनल गाइड लाइन के अनुसार, शिशुओं को एनर्जी की जरूरत होती है। इसके लिए उनकी डाइट में गुड़ को कम मात्रा में शामिल करने को कहा गया है (3)। बस ध्यान दें कि बच्चे को अधिक मात्रा में गुड़ देने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। बच्चों को गुड़ से होने वाले फायदे और नुकसान जानने के लिए लेख को आगे पढ़ते रहें।
आगे हम बच्चे को गुड़ देने की सही उम्र बता रहे हैं। उसके बाद गुड़ के पोषक तत्व और गुड़ के फायदे बताएंगे।
बच्चे को गुड़ देना कब शुरू कर सकते हैं?
हम लेख में ऊपर बता ही चुके हैं कि बच्चे को गुड़ कॉम्प्लिमेंटरी यानी अतिरिक्त आहार के साथ दे सकते हैं। शिशुओं को मां के दूध के अलावा अतिरिक्त आहार देने की उम्र छह माह है (3)। इसी आधार पर कहा जा सकता है कि शिशु के छह महीने के होने के बाद उसे गुड़ दे सकते हैं। इस दौरान गुड़ के चुरे को शिशु आहार में मिलाकर या तरल पदार्थ में मिलाकर दे सकते हैं (4)। वैसे आप अपने बच्चे को गुड़ देने की सही उम्र जानने के लिए डॉक्टर या बाल रोग विशेषज्ञ से भी जरूर सलाह लें।
लेख में आगे पढ़िए कि गुड़ में कौन-कौन से मौजूद पोषक तत्व होते हैं।
गुड़ के पोषक तत्व
गुड़ पोषक तत्वों का खजाना होता है, जो सेहत पर लाभकारी प्रभाव डाल सकता है। इन पोषक तत्वों का जिक्र यूनाइटेड स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (यूएसडीए) की वेबसाइट पर भी मिलता है, जो कुछ इस प्रकार है (5):
- प्रति 100 ग्राम गुड़ में 367 Kcal ऊर्जा होती है।
- गुड़ की 100 ग्राम मात्रा में 88.67 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है।
- शुगर की बात करें, तो सौ ग्राम गुड़ में 88 ग्राम शुगर पाया जाता है।
- 100 ग्राम गुड़ में 83 मिलीग्राम कैल्शियम की मात्रा होती है।
- यूएसडीए के मुताबिक, 100 ग्राम गुड़ में 10 मिलीग्राम आयरन होता है।
- गुड़ की प्रति 100 ग्राम मात्रा में 8 मिलीग्राम सोडियम होता है।
- प्रति 100 ग्राम गुड़ में 1213 मिलीग्राम पोटेशियम की मात्रा होती है।
- गुड़ में मैग्नीशियम, सेलेनियम, जिंक और मैंगनीज की भी कुछ मात्रा होती है (6)।
आइए, अब जान लेते हैं कि बच्चों के लिए गुड़ कितना लाभकारी साबित हो सकता है।
बच्चों के लिए गुड़ के अद्भुत स्वास्थ्य लाभ | Bachoo Ke Liye Gud Ke Fayde
गुड़ की थोड़ी मात्रा शिशु व बच्चों के खाद्य पदार्थों में मिलाकर देना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे मिलने वाले फायदों में यह शामिल हैं।
- एनीमिया से बचाव- एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च से पता चलता है कि आयरन की कमी के कारण एनीमिया की समस्या हो सकती है। इस कमी से कुछ हद तक राहत पाने में गुड़ से मदद मिल सकती है। दरअसल, गुड़ में आयरन होता है, जो एनीमिया से बचाव में मददगार साबित हो सकता है (7)।
- पाचन में मददगार- गुड़ खाने के फायदों में से एक पाचन क्रिया को बेहतर करना भी है। दरअसल, गुड़ शरीर में डाइजेस्टिव एजेंट की तरह काम कर सकता है। इससे आहार को पचाने में कुछ हद तक सहायता मिल सकती है (8)।
- हृदय के लिए- बच्चों को गुड़ देने के फायदे में हृदय स्वास्थ्य भी शामिल है। इससे जुड़े एक वैज्ञानिक अध्ययन के मुताबिक, गुड़ में मैग्नीशियम, सेलेनियम, पोटेशियम, जिंक और मैंगनीज जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हृदय की कार्य प्रणाली में सुधार करने में सहायता कर सकते हैं। इससे हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है (6)।
- ऊर्जा के लिए – बच्चों के शरीर को ऊर्जा देने के लिए गुड़ एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। एक वैज्ञानिक शोध की मानें, तो गुड़ में ऊर्जा की अच्छी मात्रा होती है। यह बच्चों को ऊर्जात्मक बनाए रखने में मदद कर सकता है (9)। साथ ही गुड़ धीरे-धीरे पचता है, जिसके कारण यह शरीर को थोड़ी-थोड़ी देर में ऊर्जा देता रहता है (10)।
- इम्युनिटी के लिए- बच्चों को गुड़ देने से उनकी इम्युनिटी बढ़ सकती है। इस संबंध में प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च की मानें, तो आंवला पाउडर युक्त गुड़ में विटामिन-सी की अच्छी मात्रा होती है। इससे शरीर की इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो सकती है (9)।
- हड्डियों के लिए : गुड़ से बच्चों की हड्डियों को मजबूत करने में मदद मिल सकती है (66)। दरअसल, हड्डियों को स्वस्थ व मजबूत रखने के लिए कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज और जिंक जरूरी होते हैं (11)। गुड़ से संबंधित रिसर्च के मुताबिक, यह सारे यह सभी पोषक तत्व गुड़ में मौजूद होते हैं (66)। ऐसे में गुड़ को हड्डियों के लिए अच्छा माना जा सकता है।
आगे बच्चों को गुड़ से होने वाले नुकसानों पर एक नजर डाल लेते हैं।
बच्चों को गुड़ देने के जोखिम या नुकसान
बेशक, बच्चों को सीमित मात्रा में गुड़ देने के फायदे होते हैं, लेकिन इसकी अधिकता से कई तरह की समस्याओं का जोखिम भी बढ़ जाता है। नीचे हम इन्हीं नुकसान से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं।
- बच्चों को अधिक मात्रा में नियमित रूप से गुड़ देने से भविष्य में रक्त शुगर बढ़ने का जोखिम बना रहता है। इससे टाइप 2 मधुमेह हो सकता है (12)।
- कुछ बच्चों को गुड़ के सेवन से एलर्जी हो सकती है। दरअसल, गुड़ में कुछ मात्रा में निकल (Nickel) होता है, जो एलर्जी का कारण बन सकता है (13)।
- गुड़ की तासीर गर्म होती है, इसलिए छोटे बच्चों को गर्मियों के दिनों में यह सीमित मात्रा में ही देना चाहिए (14)।
- गुड़ मीठा होता है, इसलिए इसकी अधिकता से दांतों में सड़न हो सकती है।
- गुड़ में भी एक तरह से शुगर होता है। ऐसे में इसका अधिक सेवन करने से चर्बी बढ़ने का जोखिम हो सकता है (12)।
इस लेख के अगले हिस्से में हम बच्चों के लिए गुड़ से बने स्वस्थ खाद्य पदार्थ की रेसिपीज दे रहे हैं।
बच्चों के लिए गुड़ की 3 हेल्दी रेसिपीज | Jaggery Recipes For Babies In Hindi
बच्चों के आहार में खाद्य पदार्थ को सही तरीके से शामिल करना भी मायने रखता है। इसी वजह से हम आगे लेख में बच्चों के लिए गुड़ की कुछ हेल्दी रेसिपीज बता रहे हैं:
1. गुड़ और सूजी का हलवा
सामग्री:
- लगभग 50 ग्राम गुड़
- दो से तीन चम्मच घी
- लगभग 100 से 150 ग्राम सूजी
- एक से दो गिलास पानी
बनाने की विधि:
- सबसे पहले गुड़ को पानी में अच्छी तरह उबालकर चाशनी तैयार कर लें।
- फिर एक पैन में घी डालकर उसमें सूजी को सुनहरा होने तक भून लें।
- सूजी को भूनते उसे लगातार चम्मच से चलाते रहें। ऐसा करने से सूजी को जलने से बचाया जा सकता है।
- जब सूजी सुनहरी दिखने लगे, तो उसमें गुड़ की चाशनी डालकर अच्छी तरह से मिलाएं।
- अब कुछ देर इसे चलाते हुए पकने दें।
- जब यह हलवा थोड़ा ठंडा हो जाए, तो ऊपर से काजू, किशमिश और बादाम डाल लें।
- बच्चा ज्यादा छोटा है, तो इन ड्राई फ्रूट्स को पीसकर डालें।
- बस तैयार है गुड़ और सूजी का हलवा।
2. गुड़ के मीठे चावल
सामग्री:
- लगभग 50 ग्राम गुड़
- एक छोटा गिलास चावल
- आधा गिलास दूध
- एक चम्मच घी
- दो इलायची
- चार-पांच किशमिश
- पांच-छह काजू
- पानी आवश्यकतानुसार
बनाने की विधि:
- सबसे पहले चावल को अच्छी तरह से धो लें।
- अब प्रेशर कुकर में चावल और पानी डालकर कुछ देर पकने दें।
- इसके बाद किसी दूसरे बर्तन में गुड़ और पानी डालकर चाशनी तैयार कर लें।
- अब एक बर्तन में घी डालकर कुछ देर गर्म करें।
- फिर काजू और पके चावल डालकर लगभग एक मिनट तक धीमी आंच में भूनें।
- अब ऊपर से दूध को डालकर लगभग दो मिनट के लिए ढक दें।
- ध्यान रहे कि आंच धीमी होनी चाहिए।
- जैसे ही चावल में मौजूद दूध सूख जाए, तो उसमें ऊपर से चाशनी डालकर मिक्स करें।
- फिर उसे ढककर करीब 5 मिनट पकने दें और उसके बाद गैस बंद कर दें।
- बस इसे अब परोसकर बच्चे को खिला दें।
3. गुड़ और मुरमुरे से बना लड्डू
सामग्री:
- लगभग 500 ग्राम मुरमुरे
- 200 ग्राम गुड़
- एक कप पानी
- तीन से चार चम्मच घी
बनाने की विधि:
- सबसे पहले एक पैन में घी डालकर उसे कुछ सेकंड तक धीमी आंच पर गर्म करें।
- फिर उसमें मुरमुरे डालकर हल्का भून लें।
- अब एक दूसरे पैन में पानी डालकर गुड़ को उबाल लें और जैसे ही चाशनी बन जाए, तो गैस बंद कर दें।
- फिर मुरमुरे और गुड़ की चाशनी को गैस से उतार दें और कुछ मिनट तक ठंडा होने दें।
- जब दोनों हल्के ठंडे हो जाएं, तो उन्हें आपस में मिलाकर लड्डू बनाना शुरू कर दें।
- जैसे ही लड्डू बनकर तैयार हो जाएं, तो कुछ देर बाद उन्हें एयरटाइट कंटेनर में डाल दें
- समय-समय पर इसे बच्चों को खिला सकते हैं।
गुड़ को एक प्राकृतिक स्वीटनर के रूप में जाना जाता है। पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण यह बच्चों के लिए काफी फायदेमंद भी साबित होता है। बस इसकी मात्रा पर ध्यान दें। हां, अगर किसी बच्चे को कोई शारीरिक समस्या है, तो डॉक्टर की सलाह पर ही उसके आहार में गुड़ को शामिल करें। हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख में आपको गुड़ संबंधी सारे सवालों के जवाब मिल गए होंगे। बच्चों के आहार से जुड़े ऐसे ही अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए मॉमजंक्शन की वेबसाइट विजिट करते रहें।
References
1. Infant and Young Child Feeding Guidelines By Indian Pediatrics
2. Preservation and value addition of jaggery By IJAE
3. Infant and Young child feeding By WCD
4. Healthy Diet By NHP
5. JAGGERY GUR By USDA
6. Consumption Pattern of Jaggery and Jaggery Products in 3 Cities in Western Maharashtra By IJSR
7. Iron Deficiency in Pregnancy and the Rationality of Iron Supplements Prescribed During Pregnancy By NCBI
8. Characteristics analysis of Low Cost Bio digester Using Jaggery waste By IRJET
9. Manufacturing Jaggery, a Product of Sugarcane, As Health Food By Longdom
10. Jaggery: A natural sweetener By JPP
11. Essential Nutrients for Bone Health and a Review of their Availability in the Average North American Diet By NCBI
12. Sugar intake, obesity, and diabetes in India By NCBI
13. Low Nickel Diet in Dermatology By NCBI
14. Healthy nutrition for a healthy child: A review on infant feeding in India By NCBI
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