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आधुनिकता ने हमारी जीवनशैली को बुरी तरह प्रभावित किया है। इसका सबसे बड़ा नकारात्मक प्रभाव खान-पान की आदतों पर पड़ा है। जीवनशैली में आए इस बड़े बदलाव की वजह से लोग फास्ट फूड्स व जंक फूड्स की ओर ज्यादा आकर्षित हुए हैं, जिसमें एक नाम इंस्टेंट नूडल्स का भी है। बच्चों की बात करें, तो बच्चों में इंस्टेंट नूडल्स का सेवन उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यही वजह है कि मॉमजंक्शन के इस लेख में हम बच्चों में इंस्टेंट नूडल्स के सेवन से जुड़ी विस्तारपूर्वक जानकारी लेकर आए हैं। जानिए यह किस प्रकार बच्चों के लिए नुकसानदायक हो सकता है और इससे स्वस्थ विकल्प क्या-क्या हो सकते हैं।

आर्टिकल में सबसे पहले जानिए बच्चों के लिए नूडल्स सुरक्षित है या नहीं।

क्या बच्चों को नूडल्स खिलाना सुरक्षित है?

बच्चों को नूडल्स खिलाना सुरक्षित है या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि नूडल्स किस सामग्री से बना है और इसे कहां बनाया गया है। आमतौर पर मैदा के बने नूडल्स और उसके साथ मिलने वाले पैक्ड मसालों को असुरक्षित माना जाता है। साथ ही बाहर खाए गए नूडल्स भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। वहीं, घर की सामग्रियों के साथ घर में ही आटे का इस्तेमाल कर बनाए गए नूडल्स को सुरक्षित माना जा सकता है, क्योंकि इसमें किसी मिलावट और हाइजीन से जुड़ा डर नहीं रहता है।

वहीं, बात करें, इंस्टेंट नूडल्स की, तो इस विषय पर हुई एक रिसर्च के अनुसार बाजार में मिलने वाले नूडल्स में कई प्रकार के हानिकारक तत्व मौजूद होते हैं, जो बच्चों के साथ ही बड़ों की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं (1)। आगे हम विस्तार से बता रहे हैं कि बच्चों के लिए इंस्टेंट नूडल्स खाना क्यों सही नहीं है।

स्क्रॉल करें और जानें कि इंस्टेंट नूडल्स बच्चों के लिए ठीक क्यों नहीं है।

बच्चों के लिए इंस्टेंट नूडल्स क्यों सही नहीं है? | नूडल्स खाने से बच्चों को होने वाले नुकसान

बच्चों को इंस्टेंट नूडल्स खिलाने से उनकी सेहत पर कई प्रकार के दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। यहां हम बता रहे हैं बच्चों को इंस्टेंट नूडल्स खिलाने से होने वाले नुकसान के बारे में।

  1. मोटापा : रोजाना या फिर अधिक मात्रा में नूडल्स का सेवन बच्चों में अधिक वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। दरअसल, नूडल्स में कैलोरी की अधिक मात्रा के साथ ही रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट, फैट, और सोडियम की भी अधिक मात्रा होती है। यही वजह है कि इसका अधिक सेवन मोटापे का कारण बन सकता है (2)
  1. हृदय रोग का जोखिम : जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि नूडल्स में कैलोरी के साथ ही रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट, फैट और सोडियम की अधिक मात्रा होती है। इन सब की अधिकता कार्डियो मेटाबोलिक के जोखिम कारकों को उत्पन्न कर सकती है, जैसे मोटापा, उच्च रक्तचाप व ब्लड ग्लूकोज की अधिकता है। इससे हृदय रोग का जोखिम बढ़ सकता है (2)

इसके अलावा, नूडल्स का अधिक या रोजाना किया गया सेवन हाइपरट्राइग्लिसरीडेमिया (ब्लड में    मौजूद एक प्रकार के फैट ट्राइग्लिसराइड की अधिकता) का कारण बन सकता है, जिससे भी हृदय रोग का जोखिम बढ़ सकता है (2) (3)

  1. मधुमेह का जोखिम : नूडल्स का अधिक सेवन रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को बढ़ाने का काम कर सकता है। इससे जुड़े शोध में साफ तौर से जिक्र मिलता है कि इंस्टेंट नूडल्स का सेवन हाइपरग्लाइसेमिया (ब्लड ग्लूकोज का बढ़ना) का कारण बन सकता है। इससे बच्चों में मधुमेह का जोखिम बढ़ सकता है (2)
  1. हैवी मेटल्स : इंस्टेंट नूडल्स में हैवी मेटल्स के होने का भी खतरा बना सकता है। शोध में कुछ धातुओं का जिक्र किया गया है, जो इंस्टेंट नूडल्स में मौजूद हो सकते हैं। इनमें लीड, निकल, एल्युमिनियम, कॉपर, मरक्यूरी, आर्सेनिक, कैडमियम, क्रोमियम और पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन शामिल हैं। शोध में जिक्र मिलता है कि ये हैवी मेटल्स शरीर में जाकर ‘हैवी मेटल टॉक्सिटी’ का कारण बन सकते हैं, जिससे शरीर में तंत्रिका और किडनी संबंधी समस्या हो सकती है।

वहीं, लीड, मरक्यूरी व आर्सेनिक जैसे धातु हृदय रोग के साथ, श्वसन तंत्र, प्रजनन तंत्र व पेट संबंधित समस्याओं और बीमारियों का जोखिम खड़ा सकते हैं (1)

  1. मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव : विषय से जुड़े एक शोध में साफ तौर से जिक्र मिलता है कि फैट और कार्बोहाइड्रेट की अधिकता वाले फास्ट फूड (जिसमें इंस्टेंट नूडल्स भी है)  मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं, जिससे बच्चों की स्कूली परफॉर्मेंस प्रभावित हो सकती है (4)
  1. जरूरी पोषक तत्वों की कमी : फास्ट फूड जैसे इंस्टेंट नूडल्स में जरूरी पोषक तत्वों की कमी होती है (4)। ऐसे में बच्चों में इसका अधिक सेवन उनके शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी यानी कुपोषण का कारण भी बन सकता है।

नीचे पढ़ें बच्चों को नूडल्स खिलाते समय किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए।

नूडल्स खिलाते समय ध्यान देने योग्य कुछ बातें

इंस्टेंट नूडल्स के हानिकारक प्रभाव जानने के बाद कोई भी इसे अपने बच्चे को देने का जोखिम नहीं उठाएगा। वहीं, जैसा कि हमने ऊपर बताया कि घर में बनाए गए नूडल्स बाजार में मिलने वाले नूडल्स की तुलना में सुरक्षित होते हैं। ऐसे में, कुछ बातों को ध्यान में रखकर बच्चों को सीमित मात्रा में नूडल्स का सेवन कराया जा सकता है :

  • घर में बनाए गए आटा नूडल्स को प्राथमिकता दे सकते हैं। इसके अलावा, अच्छे और भरोसेमंद ब्रांड के आटा नूडल (बिना पैक्ड मसाले के) का उपयोग कर सकते हैं।
  • मैदा से बने नूडल को उपयोग में न लाएं।
  • नूडल्स के लिए बाजार में मिलने वाले मसाले, सीजनिंग और फ्लेवर को उपयोग में न लाएं।
  • नूडल्स को पकाते समय इसका पानी पूरी तरह से निकाल देना चाहिए।
  • नूडल्स में हरी सब्जियों का उपयोग करें, इससे नूडल्स में जरूरी पोषक शामिल हो जाएंगे।

नीचे हम बता रहे हैं बच्चों के लिए इंस्टेंट नूडल्स के हेल्दी विकल्प।

बच्चों के लिए इंस्टेंट नूडल्स के हेल्दी विकल्प

जैसा कि हमने ऊपर बताया कि बच्चों के लिए इंस्टेंट नूडल्स हानिकारक हो सकते हैं। वहीं, इनकी जगह कुछ हेल्दी विकल्प का चुनाव किया जा सकता है। पढ़ें नीचे :

  • घर में बनी आटे की सेवइयां : इंस्टेंट नूडल्स की जगह घर में बनी आटे की सेवइयां बच्चों को दे सकते हैं। इन्हें दो प्रकार से बनाया जा सकता है मीठी और नमकीन। बच्चों को जैसा स्वाद पसंद है, उन्हें यह दी जा सकती है।
  • व्हीट नूडल्स : बाजार में मिलने वाले मैदा के नूडल्स की जगह व्हीट नूडल्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। इन्हें अपनी पसंद की सब्जी और घर के मसालों का इस्तेमाल कर बनाया जा सकता है।
  • क्विनोआ नूडल्स : क्विनोआ (एक प्रकार का अनाज), के आटे से बने नूडल्स बच्चे को स्वाद देने के साथ ही सेहतमंद बनाने में फायदेमंद हो सकते हैं। इसे घर में बनाना बहुत ही आसान है। इसका बेहतरीन स्वाद बच्चों के लिए इंस्टेंट नूडल्स की लत छुड़ाने में मददगार हो सकता है।
  • बाजरा नूडल्स : बाजरे से बने इस नूडल्स को कंबु नूडल्स के नाम से भी जाना जाता है। इसमें मौजूद बाजरे के पोषक तत्व बच्चों के विकास में मददगार हो सकते हैं और यह इंस्टेंट नूडल्स का अच्छा विकल्प हो सकता है।

आगे पढ़ें कि किस प्रकार नूडल्स को हेल्दी बनाया जा सकता है।

बच्चों के लिए नूडल्स को हेल्दी कैसे बनाएं?

जैसा कि हमने ऊपर बताया कि इंस्टेंट नूडल्स की जगह अन्य विभिन्न अनाजों से बने नूडल्स का चुनाव किया जा सकता है और इन्हें स्वादिष्ट और पोषक बनाने के लिए निम्नलिखित सामग्रियों का इस्तेमाल किया जा सकता है :

  • अंडा और नूडल्स : नूडल्स के साथ अंडे का उपयोग किया जा सकता है। अंडे का उपयोग उबाल कर और फिर उसे बारीक काट कर या फिर आमलेट बनाकर नूडल्स के साथ किया जा सकता है।  अंडा प्रोटीन, विटामिन बी, फास्फोरस, कैल्शियम व आयरन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है (5)। इस प्रकार अंडा नूडल्स को हेल्दी बनाने में मदद कर सकता है और इसे बच्चें के हेल्दी लंच बॉक्स के रूप में भी रखा जा सकता है।
  • नूडल्स विद वेजिटेबल : नूडल्स को सब्जियों के साथ मिलाकर बनाया जा सकता है। इससे बच्चों को सब्जियों में मौजूद पोषक तत्व भी मिल जाएंगे।
  • नूडल्स विद मशरूम : कुछ लोगों को नूडल्स के साथ मशरूम खाना अच्छा लगता है। साथ ही इसे बच्चे भी बड़े चाव से खा सकते हैं। इसे बनाने के लिए बस इतना करना है कि सबसे पहले जैतून का तेल गर्म करें, फिर उसमें कुछ मशरूम डालकर पका लें और फिर इसे नूडल्‍स के साथ मिला लें। इसमें काली मिर्च और दालचीनी जैसे मसालों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इस प्रकार बच्चे को हेल्दी और स्वादिष्ट नूडल बनाकर खिला सकते हैं। बता दें कि मशरूम में विटामिन डी मौजूद होता है, जो सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है (6)

आर्टिकल के माध्यम से आप जान ही गए होंगे कि इंस्टेंट नूडल्स बच्चों की सेहत के लिए कितना हानिकारक हो सकता है। इसलिए, इंस्टेंट नूडल्स की जगह लेख में बताए गए इसके सुरक्षित विकल्प को इस्तेमाल में लाया जा सकता है। साथ ही, लेख में बताई गई पौष्टिक सामग्रियों का इस्तेमाल भी नूडल्स में जरूर करें, इससे बच्चे को जरूरी पोषक तत्व भी मिल जाएंगे। इसके अलावा, लेख में बताई गई सावधानियों को भी पालन जरूर करें। उम्मीद करते हैं कि नूडल्स के बारे में जानकारी देता यह आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित होगा। बच्चों की सेहत से जुड़े अन्य लेख के लिए जुड़े रहें मॉमजंक्शन के साथ।

References

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